Rishi Sunak: भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनेता ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री (Rishi Sunak British Next PM) बनने के और करीब पहुंच गए हैं. बता दें कि लंदन में कंजरवेटिव पार्टी की वोटिंग में ऋषि सुनक सबसे ज्यादा वोट पाकर लगातार दूसरी बार टॉप पर रहे हैं. बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद 6 उम्मीदवार ब्रिटेन का अगला पीएम बनने की रेस में हैं. इनमें ऋषि सुनक, पेन्नी मॉर्डान्ट, लिज ट्रास, केमी बेडेनोक, टॉम टुजैंट और सुएला ब्रेवरमैन शामिल हैं.इनमें से सुएला ब्रेवरमैन दूसरे राउंड में पीएम पद की रेस से बाहर हो गई हैं. 


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कौन हैं ऋषि सुनक
42 वर्षीय ऋषि सुनक ब्रिटेन के सांसद हैं. ऋषि सुनक का जन्म साउथैम्पटन में हुआ और वह भारतीय मूल (Indian Origin) के हैं. ऋषि सुनक के पिता एक डॉक्टर थे और ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस में काम करते थे. वहीं ऋषि की मां फार्मेसी चलाती थीं. ऋषि सुनक के दादा-दादी का नाता पंजाब से था लेकिन वह पूर्वी अफ्रीका में शिफ्ट हो गए थे. 1960 में ऋषि सुनक के दादा-दादी पूर्वी अफ्रीका से ब्रिटेन चले गए. 


ऋषि सुनक की शुरुआती पढ़ाई विंचेस्टर कॉलेज में हुई, इसके बाद वह उच्च शिक्षा के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी गए. ऋषि सुनक ने एमबीए की डिग्री हासिल की और साथ ही अपनी प्रतिभा के दम पर मशहूर फुल ब्राइट स्कॉलरशिप जीती. इसके बाद ऋषि सुनक ने गोल्डमैन सैक समेत विभिन्न कंपनियों में बतौर इंवेस्टमेंट बैंकर नौकरी की. साल 2009 में ऋषि सुनक ने मशहूर भारतीय उद्योगपति और टेक कंपनी इंफोसिस के संस्थापक सदस्य नारायणमूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से शादी की. 


बतौर वित्त मंत्री बढ़ी लोकप्रियता


द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ऋषि सुनक की राजनीति की शुरुआत साल 2015 में हुई, जब वह कंजरवेटिव पार्टी की तरफ से यॉर्कशायर के रिचमंड से सांसद चुने गए. ऋषि सुनक भी बेग्जिट के समर्थक रहे हैं. ऋषि सुनक को पहली बार अहम जिम्मेदारी उस वक्त मिली, जब ब्रिटेन में थेरेसा मे की सरकार थी और उनकी सरकार में ऋषि को जूनियर मंत्री बनाया गया. इसके बाद बोरिस जॉनसन (Boris Jhonson) की सरकार में ऋषि सुनक को खजाने का चीफ सचिव बनाया गया. फरवरी 2020 में कैबिनेट में बदलाव के बाद ऋषि सुनक को ब्रिटेन का वित्त मंत्री (Finance Minister) बनाया गया. यह ब्रिटेन में प्रधानमंत्री और डिप्टी प्रधानमंत्री के बाद तीसरा सबसे अहम पद है.  


कोरोना महामारी के दौरान जिस तरह से ऋषि सुनक ने 350 बिलियन पाउंड की स्कीम लॉन्च की और लोगों ने इसे बेहद पसंद किया, उससे लोगों के बीच ऋषि सुनक की लोकप्रियता काफी ज्यादा बढ़ी. हालांकि इस दौरान अपने कुछ फैसलों को लेकर ऋषि सुनक को आलोचना भी झेलनी पड़ी. ऋषि सुनक ने टैक्स की दरों में भी बढ़ोतरी की. इसके लिए भी उन्हें आलोचना का शिकार होना पड़ा.  


पत्नी, ब्रिटेन की महारानी से भी अमीर
ऋषि सुनक उस वक्त भी विवादों में आए, जब यह बात चर्चा में आई कि ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति (Akshata Murthy) ब्रिटेन की नागरिक नहीं हैं और इस वजह से वह ब्रिटेन में टैक्स का भुगतान नहीं करती हैं. विपक्षी पार्टी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया. हालांकि विवाद बढ़ता देख ऋषि सुनक ने साफ किया कि उनकी पत्नी अब यूके में भी टैक्स का भुगतान करेंगी. 


ब्रिटिश मीडिया में इस बात की भी खूब चर्चा हुई कि अक्षता मूर्ति ब्रिटेन की महारानी क्वीन एलिजाबेथ से भी ज्यादा अमीर हैं. दरअसल क्वीन एलिजाबेथ की कुल आय करीब 3400 करोड़ रुपए है. वहीं अक्षता मूर्ति के पास उनके पिता नारायणमूर्ति (Narayan Murthy) की कंपनी इंफोसिस (Infosys) के करीब 4200 करोड़ रुपए के शेयर हैं. 


जिस पार्टीगेट स्कैंडल (Partygate Scandal) की वजह से बोरिस जॉनसन को इस्तीफा देना पड़ा, उसे लेकर ऋषि सुनक को भी आलोचना का शिकार होना पड़ा. दरअसल जब पूरे ब्रिटेन में कड़ा लॉकडाउन लागू था, उस वक्त तत्कालीन पीएम बोरिस जॉनसन की बर्थडे पार्टी में कई सरकारी अधिकारी और मंत्री शामिल हुए थे. ऋषि सुनक भी उन्हीं में से एक थे. सुनक को इसे लेकर जुर्माने का भुगतान भी करना पड़ा था. 


गौरतलब है कि यदि ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो वह भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री होंगे. हालांकि अभी इसके लिए अगले 2-3 महीनों का इंतजार करना होगा.