Ujjain News: मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकाल मंदिर में लगातार नियमों का उल्लंघन हो रहा है. हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने अपनी पत्नी और अन्य लोगों के साथ गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन किए. जबकि मंदिर प्रशासन ने गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा रखी है. यह घटना दर्शाती है कि मंदिर में वीआईपी संस्कृति हावी है और आम श्रद्धालुओं के लिए नियम सख्त हैं.


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महाराष्ट्र CM के बेटे ने परिवार संग गर्भगृह में किया प्रवेश
दरअसल, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने अपने परिवार के साथ बाबा महाकाल के धाम में गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन किए, जबकि सितंबर 2023 से गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगी हुई है. इस घटना से श्रद्धालुओं में गुस्सा है क्योंकि मंदिर में पहले भी नियमों का उल्लंघन देखा गया है. गर्भगृह में सिर्फ पुजारी, साध्वी, साधु और संतों को ही प्रवेश की अनुमति है.


सितंबर 2023 से गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल का धाम लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का विशेष केंद्र है. सितंबर 2023 से मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. लेकिन फिर भी नेता और मंत्री हर दिन नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आते हैं. यहां सिर्फ पुजारी, साध्वी, साधु और संतों को ही प्रवेश की अनुमति है. लेकिन पिछले 1 साल में कई बार नियमों की अनदेखी की गई है.


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उज्जैन महाकाल के प्रसाद पैकेट में बड़ा बदलाव
वहीं दूसरी ओर महाकालेश्वर मंदिर ने अपने प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद के पैकेट का डिज़ाइन बदल दिया है. महाकाल मंदिर समिति की बैठक में लड्डू प्रसाद के पैकेट के नए डिज़ाइन को मंज़ूरी दे दी गई. आपको बता दें कि मंदिर समिति को यह फ़ैसला इंदौर हाईकोर्ट में दायर एक याचिका के बाद लेना पड़ा. पहले पैकेट पर मंदिर के शिखर की तस्वीर होती थी, लेकिन अब उसे हटाकर लड्डू और फूलों की तस्वीरें लगा दी गई हैं.