रीवा, (मप्र): मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीनिवास तिवारी (92) का शुक्रवार (19 जनवरी) को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के गुरुग्राम स्थित एस्कॉर्ट फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया. उनके निधन पर कांग्रेस नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है. प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय के अनुसार, तिवारी पिछले कुछ दिनों से बीमार थे. सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें मंगलवार (16 जनवरी) को रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बुधवार (17 जनवरी) को एयर एम्बुलेंस से उन्हें गुरुग्राम के एस्कॉर्ट फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां शुक्रवार (19 जनवरी) की दोपहर में उनका निधन हो गया. तिवारी के पुत्र सुंदरलाल तिवारी वर्तमान में कांग्रेस विधायक हैं.


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तिवारी के निधन पर कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. सिंधिया ने अपने शोक संदेश में कहा है कि तिवारी एक बड़े कद के जुझारू नेता थे. ईश्वर इस आघात को सहन करने की उनके परिवार को क्षमता देने की कामना की है.


'सफेद शेर' कहलाते थे श्रीनिवास तिवारी 
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने तिवारी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश ने एक कद्दावर राजनेता और विंध्य क्षेत्र की आवाज को खो दिया है. उन्होंने आगे कहा कि तिवारी एक जुझारू और कर्मठ नेता थे. समाजवादी विचारधारा के साथ उन्होंने जीवन र्पयत मुखरता से आम आदमी की आवाज को बुलंद किया. वे मददगार स्वभाव के व्यक्ति थे और अपने रौबदार स्वभाव के कारण 'सफेद शेर' कहलाते थे.


इंदिरा गांधी के कहने पर कांग्रेस में हुए थे शामिल 
तिवारी 1973 में इंदिरा गांधी के कहने पर कांग्रेस में शामिल हुए थे. वर्ष 1980 में अजुन सिंह के मंत्रिमंडल में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बने. वर्ष 1993 में दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह लगातार 10 साल तक विधानसभा अध्यक्ष रहे.