खरगोन की अनोखी खप्पर गरबा परंपरा, 400 साल पुराना है इतिहास
Tue, 04 Oct 2022-9:48 am,
नवरात्रि का समय मां दुर्गा की उपासना का समय होता है. देश के अलग अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीकों से मां की आराधना की जाती है. मध्य प्रदेश के खरगोन में भी ऐसी ही एक परंपरा है, जिसमें महाअष्टमी पर मां अंबे सुबह 4.30 बजे हाथ में जलता हुआ खप्पर और दूसरे हाथ में तलवार लेकर भक्तों को दर्शन देती हैं. खरगोन का भावसान क्षत्रिय समाज बीते 404 सालों से इस अनूठी परंपरा का निभाते आ रहा है. कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले झाड़ की विशेष पूजा अर्चना से की गई. इसके बाद समाज के लोगों द्वारा गरबीयां गाई जाती हैं. पूरा कार्यक्रम भावसार मोहल्ला स्थित श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर प्रांगण में संपन्न होता है. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं.