MP Panchayat Election 2022: वैदिक काल में भी होते थे सरपंच, ये थे उनके कार्य
Mon, 13 Jun 2022-4:05 pm,
वैदिक ग्रंथों में सभा और समितियों में पंचायतों का आदि रूप देखने को मिलता है. ग्रामणी सभा और समिति का प्रधान ग्रामीणी कहलाता था. ग्रामीणी आज के समय का सरपंच. यह गांव के प्रशासनिक और सैनिक कार्यों का नेता कहलाता था. खास बात यह है कि सभा और समिति का चुनाव ग्राम वासियों द्वारा किया जाता था. जो आज भी होता है. उत्तर वैदिक काल में सभा न्यायालय का कार्य करती थी. यानी यहां पर जो जनसभा होती थी और उसमें लोगों की समस्याएं सुनी जाती थीं. महाकाव्य काल में सभा का ग्रामणी यानी ग्राम प्रमुख गांव के लोगों की रक्षा के लिए उत्तरदायी होता था और उनके झगड़े भी सुलझाता था.