भोपाल/नई दिल्‍ली : मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाले को लेकर मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को फिर व्यापम घोटाले में आरोपी एक कांस्टेबल की मौत की खबर सामने आई है।


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जानकारी के अनुसार, मध्‍य प्रदेश के टीकमगढ़ में एक राज्‍य पुलिस के एक कांस्‍टेबल का शव घर में गले पंखे से लटकता पाया गया। टीकमगढ़ के ओरछा में पुलिस कांस्टेबल रमाकांत पांडेय का शव पंखे से लटकता हुआ मिला। पांडेय व्यापम घोटाले में आरोपी था। कुछ महीने पहले एसटीएफ ने पांडे से पूछताछ भी की थी। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि कांस्टेबल रमाकांत पांडेय ने अपने घर में खुद को फांसी लगा ली। घटना स्‍थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। हालांकि टीकमगढ़ के एसपी का कहना है कि मौत का व्यापम घोटाले से कोई लेना देना नहीं है।


अब तक व्यापम घोटाले से जुड़े 46 मौत की घटना सामने आ चुकी है। रमाकांत पांडेय की मौत व्यापम की 46वीं मौत हो सकती है। टीवी चैनल के पत्रकार अक्षय सिंह की मौत, सोमवार को व्यापम घोटाले में व्यापम के जरिए भर्ती हुई महिला ट्रेनी सब इंस्पेक्टर अनामिका की संदिग्ध मौत हुई थी, जबकि रविवार को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की दिल्ली के रिसॉर्ट में मौत हो गई थी। एक के बाद कई मौतों ने अब गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


इस मामले में हाल में 4 लोगों की मौत की खबर सामने आई हैं। इसके बावजूद मध्‍य प्रदेश सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री ने इस घोटाले की सीबीआई जांच की बात से इनकार किया है।


उधर, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि वह व्यापम घोटाले की निष्पक्ष जांच के पक्ष में हैं और उन्होंने पहले भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि इस घोटाले से जुडे कई लोगों की मौत होने से वह खुद भयभीत है। इन मौतों के कारण मध्य प्रदेश में दहशत का माहौल है। भारती ने कहा कि मैं मंत्री हूं लेकिन मैं भी भयभीत हूं। मैं अपनी चिंताओं और डर के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराऊंगी।