क्या है छत्तीसगढ़ के भूतेश्वरनाथ मंदिर का रहस्य? जिसके शिवलिंग का बढ़ता रहता है आकार!

Abhay Pandey
Jul 21, 2024

अनोखा शिवलिंग

गरियाबंद में स्थित भूतेश्वरनाथ मंदिर छत्तीसगढ़ के कई शिव मंदिरों में से सबसे अलग है. यहां का शिवलिंग प्राकृतिक रूप से बना हुआ है और साल दर साल इसका आकार बढ़ रहा है. यही वजह है कि इसे विश्व का सबसे विशाल प्राकृतिक शिवलिंग माना जाता है.

बढ़ता हुआ आकार

भूतेश्वरनाथ शिवलिंग को लेकर दावा किया जाता है कि इसका आकार लगातार बढ़ता रहा . हर साल महाशिवरात्रि पर शिवलिंग का नाप लिया जाता है और हर बार यह आधा इंच बढ़ा हुआ पाया जाता है. वर्तमान में इसकी ऊंचाई लगभग 80 फीट और गोलाई 290 फीट है.

सावन में भक्तों की भीड़

सावन के पहले सोमवार को भूतेश्वरनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिर पहुंचते हैं.

स्वयंभू शिवलिंग

मान्यता है कि भूतेश्वरनाथ शिवलिंग स्वयंभू है, यानी यह धरती से स्वयं प्रकट हुआ है. आसपास के ग्रामीणों को पहले जंगलों से बैल के हुंकारने की आवाज सुनाई देती थी, धीरे-धीरे उनकी आस्था टीले के प्रति बढ़ने लगी और आज वही टीला विशाल शिवलिंग बन गया है.

30 साल पहले हुई थी खोज

भूतेश्वरनाथ मंदिर की खोज करीब 30 साल पहले हुई थी. आपको बता दें कि उस समय यहां चारों तरफ घने जंगल थे.

धार्मिक महत्व

भूतेश्वरनाथ मंदिर केवल अपनी भव्यता और बढ़ते हुए शिवलिंग के लिए ही नहीं, बल्कि धार्मिक महत्व के लिए भी जाना जाता है.

पर्यटन स्थल

भूतेश्वरनाथ मंदिर केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि पर्यटन स्थल भी है. देश-विदेश से लोग इस अनोखे शिवलिंग के दर्शन करने आते हैं.

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