इन 5 आरतियों से प्रसन्न होते हैं महाकाल, जानें विशेषता

Ruchi Tiwari
Aug 06, 2024

बाबा महाकाल

उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में रोजाना बाबा महाकाल की 5 आरतियां होती है.

अलग-अलग आरती का गायन

इन आरतियों में 3 अलग-अलग आरतियां गाई जाती हैं.

महाकाल होते हैं प्रसन्न

इन आरतियों के गायन से महाकाल प्रसन्न होते हैं.

महाकाल की आरती

जानिए महाकाल के दरबार में होने वाली आरतियों के बारे में.

भस्म आरती

सबसे पहले भोर 3 बजे महाकाल की भस्म आरती की जाती है. इसके बाद महाकाल का श्रृंगार होता है और 'जय मंगलमूर्ति शिवमंगल मूर्ति' आरती का गायन होता है.

भोग आरती

सुबह 7 बजे भोग आरती की जाती है, जिसमें 'कर्पूर गौरम करुणावतारम...' के जरिए श्लोक स्वरूप महाकाल की आरती की जाती है.

शिव आरती

सुबह 10 बजे बाबा महाकाल की तीसरी शिव आरती की जाती है.

विशेष श्रृंगार

शाम 7 बजे रोजाना महाकाल का विशेष श्रृंगार किया जाता है. इस दौरान 'जय मंगलमूर्ति शिवमंगल मूर्ति' आरती का गायन होता है.

शयन आरती

रात 10 बजे महाकाल की शयन आरती होती है. इस दौरान 'जय शिव ओंकारा' गाकर भगवान को शयन करवाया जाता है.

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