पंचतंत्र की कहानियां सुनाता है छत्तीसगढ़ का ये नगर, महानदी के तट पर है स्थित

Abhinaw Tripathi
May 16, 2024

Story of Panchatantra

भारत का इतिहास काफी ज्यादा समृद्ध रहा है. ऐतिहासिक कहानियां सुनना लोग खूब पसंद करते हैं. ऐसे लोगों को हम बताने जा रहे हैं छत्तीसगढ़ के उस नगर के बारे में जहां के पत्थर पंचतंत्र की कहानियां सुनाते हैं.

पंचतंत्र की कहानी

पंचतंत्र की कहानियों का रचना काल लगभग 300 ईसा पूर्व का माना जाता है.

विष्‍णु शर्मा

ऐसा कहा जाता है कि तब किसी राजा ने अपने मूर्ख बेटों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी विष्‍णु शर्मा नामक एक विद्वान ब्राह्मण को सौंपी थी.

कथाओं के माध्यम से

जिसके बाद विष्णु शर्मा ने छह माह तक उन राजकुमारों को विभिन्न कथाओं के माध्यम से शिक्षित किया था.

लोक व्यवहार

जिसके बाद विष्णु शर्मा ने पंचतंत्र की कहानियों के रूप में मशहूर इन कथाओं में लोक व्यवहार को बहुत ही सरल तरीके से समझया गया है.

पाठ्यक्रम

आज भी स्कूलों के पाठ्यक्रम में ये शामिल हैं. कई पीढ़ियां पंचतंत्र की कहानी सुनकर बड़ी हुई हैं.

सिरपुर

प्राचीन नगरी सिरपुर में अनेक पुरातात्विक साक्ष्य मौजूद हैं. यहां मौजूद तिवरदेव किले की दीवार पर पंचतंत्र की कहानियों के चित्र पाए गए थे.

पुरावशेष

पुरातत्व विशेषज्ञों की मानें तो ये पुरावशेषों को करीब 2200 साल से ज्यादा पुराने हैं. जो आज भी पंचतंत्र की कहानी को सुनाते हैं.

रायपुर से दूरी

सिरपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 70 किमी दूर स्थित है. महानदी के तट पर स्थित इस स्थान का प्राचीन नाम श्रीपुर बताया जाता है.

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