देश के सबसे व्यस्त जंक्शनों में से एक, मध्य प्रदेश के इस रेलवे स्टेशन का है 124 साल का इतिहास

Abhay Pandey
Jul 13, 2024

124 साल का सफर

मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित इटारसी जंक्शन ने 124 साल पूरे कर लिए हैं. 1900 में स्थापित, यह जंक्शन भारतीय रेलवे के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है.

व्यस्त जंक्शन

इटारसी जंक्शन भारत का 8वां सबसे व्यस्त जंक्शन है, जहां से प्रतिदिन 420 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं. यह पश्चिम मध्य रेलवे ज़ोन का हिस्सा है और पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन और नागपुर जंक्शन के बाद तीसरा सबसे महत्वपूर्ण जंक्शन है.

ऐतिहासिक महत्व

1902 में निर्मित प्लेटफॉर्म नंबर 1, शहर में चर्च न होने के कारण, कुछ अधिकारियों के लिए प्रार्थना स्थल के रूप में उपयोग होता था. उस समय, केवल 10-12 ट्रेनें ही संचालित होती थीं.

प्रमुख विशेषताएं

इटारसी जंक्शन ए ग्रेड स्टेशन है, जिसमें 7 प्लेटफॉर्म (2 प्रस्तावित) हैं. प्रतिदिन लगभग 5 लाख यात्री इस जंक्शन से गुजरते हैं.

रेलवे लाइन का इतिहास

इटारसी से होशंगाबाद (1882), बैतूल (1913), भोपाल (1884), सोहागपुर (1870) और बीड़ (1870) को जोड़ने वाली रेल लाइनें बिछाई गईं.

विकास और प्रगति

इटारसी जंक्शन ने अपनी स्थापना के बाद से उल्लेखनीय विकास किया है. आधुनिक सुविधाओं और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ, यह जंक्शन मध्य भारत में यात्रा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बना हुआ है.

राष्ट्रीय महत्व

इटारसी जंक्शन देश के उन चुनिंदा जंक्शनों में से एक है जिन्होंने राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह जंक्शन न केवल यात्रियों को जोड़ता है, बल्कि माल ढुलाई और व्यापार को भी बढ़ावा देता है.

भविष्य की योजनाएं

इटारसी जंक्शन के विकास के लिए कई योजनाएं हैं, जिनमें अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, बेहतर यात्री सुविधाएं और आधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम शामिल हैं.

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