अधूरी प्रेम कहानी की गवाह है चंदेरी की ये जगह; पिता को मंजूर नहीं था मेहरुन्निसा का प्यार

Abhinaw Tripathi
Oct 30, 2024

MP Tourism

आपने इतिहास से जुड़ी हुई तमाम अधूरी कहानियां सुनी होंगी. प्यार के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते हैं, ऐसी ही एक अधूरी कहानी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. जो एमपी के चंदेरी से जुड़ी हुई है, आइए जानते हैं.

ऐतिहासिक इमारते

मध्य प्रदेश में कई ऐतिहासिक इमारते हैं, जो गौरवशाली इतिहास को दर्शाती है, ऐसे ही हम बताने जा रहे हैं शहजादी मेहरुन्निसा की अधूरी प्रेम कहानी के बारे में.

चंदेरी

मध्य प्रदेश के चंदेरी में कई ऐतिहासिक इमारते हैं, ऐसा ही एक है शहजादी का रोजा, इसका इतिहास काफी दुखद है.

शहजादी मेहरुन्निसा

शहजादी मेहरुन्निसा को सेना के सेनापति से प्यार हो गया था, जो राजा को मंजूर नहीं था, उन्होंने सिपाहियों को आदेश दिया की जंग से सेनापति जिंदा न आए.

जीवन

जिंदगी की जंग लड़ते हुए किसी तरह से सेनापति चंदेरी की इस जगह पर पहुंच गया, हालांकि कुछ ही देर में दम तोड़ दिया, जिसके बाद शहजादी ने भी अपने जीवन को खत्म कर दिया.

प्रेमियों

इसके बाद राजा को उनके प्रेम का एहसास हुआ, दु:ख में राजा ने दोनों प्रेमियों को एक साथ दफना दिया और स्मारक बनवाया.

बलुआ पत्थर

पूरी तरह से भूरे रंग के बलुआ पत्थर से निर्मित, यह सुंदर संरचना 12 फीट ऊंचे मंच पर बनाई गई है.

परमेश्वर ताल

यह परमेश्वर ताल के पास स्थित है. स्मारक का सबसे अच्छा हिस्सा सरल, घुमावदार कोष्ठक हैं जो इसे दोनों स्तरों पर सहारा देते हैं.

मकबरा

यह मकबरा चंदेरी बस स्टेशन से 1 किमी की दूरी पर है, जो एमपी के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है.

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