International Tea Day पर जानें भारत की फेमस 8 चाय के बारे में जिनकी हर कोई लेना चाहता है चुस्की
असम के चाय बगानों में उगने वाली ये खास चाय होती है. दिखने में ये हल्के भूरे और लाल रंग की होती है. इसे ताजी पत्तियों से बनाया जाता है.
बिना दूध के कई मसाले मिलाकर इसे बनाया जाता है. इसे तैयार करने के बाद इसमें नींबू निचोड़ कर खास स्वाद दिया जाता है.
19वीं शताब्दी में फारसियों के साथ ये चाय भारत आई थी और यहीं को हो गई. इसमें खोया और हरी इलायची के साथ दालचीनी मिलाया जाता है.
मालाबार इलाके में सुलेमानी चाय काफी प्रचलित है. इसमें दूध के स्थान पर लौंग, इलायची, दालचीनी, पुदीना, नींबू और कई मसाले डाले जाते हैं.
कांगड़ा में 19वीं सदी से ही ग्रीन और ब्लैक टी उगाई जाती है. इसका स्वाद हल्का तीखा होता है. बता दें उत्तर भारत में चाय की राजधानी कांगड़ा है.
देश में सबसे ऊंचे स्थानों में उगने वाली चाय दार्जलिंगी चाय है. दार्जलिग की चाय को देश में चाय की सैंपेन भी कहा जाता है.
नीलगिरी की पहाड़ियों में उगने के कारण इसका नाम नीलगिरी चाय पड़ा. इसमें फ्रूट के साथ मसालों का भी अच्छा स्वाद आता है.
कश्मीरी चाय अन्य राज्यों की चाय से अलग होती है. इस कश्मीरी घरों में सुबह और रात के समय में पिया जाता है. यहां जानें वाले लोग इसे जरूर ट्राय करते हैं.
बता दें भारत में चाय के काफी शौकीन लोग रहते हैं. आज कल इसके साथ कई प्रयोग भी होने लगे हैं. इस कारण चाय के कई प्रकार बढ़ गए हैं.