जाने देश की नई संसद में क्या है खास, अब इसी से पास होंगे नए बिल

Zee News Desk
Sep 18, 2023

Triangular Shape

नई इमारत का आकार त्रिकोणीय है, जिसका मुख्य कारण उसे इस भूमि पर बनाया गया जो त्रिकोणीय है.

नई लोकसभा में चेयर की संख्या बढ़ाई

नई लोकसभा पुरानी लोक सभा से तीन गुना बड़ी होगी और इसमें 888 सासंद बैठ पाएंगे. पुरानी लोकसभा में अधिकतम 552 सांसदों के बैठने की जगह थी.

राज्यसभा में बढ़ी चेयर की संख्या

नई राज्यसभा भी पुरानी राज्यसभा से आकार में बड़ी होगी और इसमें 384 सीट हैं. इसके पहले वाली राज्यसभा में मैक्सिमम 245 सांसद बैठते थे.

सेंट्रल हॉल नहीं होगा

नए संसद भवन में सेन्ट्रल हॉल नहीं होगा. पुरानी संसद भवन में 436 सीटों का सेन्ट्रल हॉल था. नए संसद भवन के लोक सभा को कुछ इस तरह बनाया गया है कि उसमें संयुक्त सत्र आयोजित हो सकेगा.

इस थीम पर है नया संसद भवन

लोकसभा की थीम राष्ट्रपक्षी मोर और राज्यसभा की थीम राष्ट्रफूल कमल है.

सेंगोल (Sengol)

संसद में तमिलनाडु का राजदंड 'सेंगोल' को स्थापित किया गया है, जो भारत के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू को अंग्रेजों ने सत्ता सौंपने के प्रतीक के रूप में दिया था.

भूकंप से सुरक्षित रहेगी इमारत

नए संसद भवन की इमारत भूकंप के तीव्र झटकों से सुरक्षित रहेगी. बता दे कि दिल्ली हाई सिसमिक जोन में आती है

ईकोफ्रेंडली

नये संसद भवन को बनाने में ईकोफ्रेंडली मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा. इसमें बिजली बचत के टूल, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, सोलर पावर जेनरेशन आदि जैसे सिस्टम लगे हुए है.

आत्मनिर्भर भारत विजन

आत्मनिर्भर भारत विजन इस नई संसद का अहम हिस्सा होगी. इस इमारत को बनाने में देशभर के शिल्पकारों और कारीगरों ने योगदान दिया हैं.

दुनिया का चौथा सबसे बड़ा संसद

चीन, रोमानिया और अमेरिका के बाद भारतीय संसद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा संसद होगा.

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