शिवलिंग पूजा के नियम

Shyamdatt Chaturvedi
Feb 25, 2024

शिवलिंग में जल चढ़ाते समय याद रखें की बैठक धीरे-धीरे जल चढ़ाया जाता है. तेज धार में जल ना चढ़ाएं.

शिवलिंग की जलहरी में पूजा का सामान नहीं रखना चाहिए और रिक्रमा के समय जलहरी को ढ़ंक देना चाहिए.

शिवलिंग की हमेशा आधी परिक्रमा की जाता है. भूलपुर शिव कू पूरी परिक्रमा ना करें.

उत्तर दिशा की ओर मुंह करके शिवलिंग की पूजा करते हैं तो ये हिंदू मान्यता में बेहद ही शुभ माना जाता है.

शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय ॐ पार्वतीपतये नम:, ॐ पशुपतये नम:, ॐ नम: शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नम: या ॐ का जाम करें.

धातु से बने शिवलिंग पर प्रसाद चढ़ाकर खा सकते हैं.

पारद, चांदी, तांबे, पीतल से बने शिवलिंग की पूजा में चढ़ाया प्रसाद शिव का अंश कहलाता है.

धातुओं के अलावा किसी और चीज या पत्थर से बने शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद नहीं खाना चाहिए.

डिस्क्लेमर | Disclaimer यहां दी गई जानकारी पौराणिक कथाओं पर चर्चित कहानियों पर आधारित है. एक बार आप संबंधिक विशेषज्ञ से मिलें.

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