ग्वालियर से 65 किमी दूर मां का चमत्कारी मंदिर, डकैत भी होते हैं नतमस्तक

Mahendra Bhargava
Jun 24, 2024

गुप्त नवरात्रि

6 जुलाई 2024 गुप्त नवरात्रि का त्यौहार शुरू हो रहा है, जो देवी की पूजा के लिए शुभ माना जाता है.

चमत्कारी मंदिर

आज आपको ग्वालियर से महज 65 किमी दूर स्थित देवी मां के चमत्कारिक मंदिर के बारे में बता रहे हैं.

रतनगढ़वाली माता

दतिया जिले में विंध्याचल पर्वत की चोटी पर बहुत प्राचीन माता रतनगढ़ वाली देवी का चमत्कारिक मंदिर बना हुआ है.

घना जंगल

ऊंचे पहाड़ और घने जंगल की बीच स्थित रतनगढ़ वाली माता मंदिर के करीब से सिंध नदी की गुजरती है.

इतिहास

रतनगढ़ वाली माता का इतिहास करीब 400 साल से ज्यादा पुराना है. इसके बारे में एक कहानी भी प्रचलित है.

तानाशह

मुस्लिम शासक अलाउद्दीन खिलजी ने रतनगढ़ पर कब्जा करने की नियत से सेंवढा से रतनगढ़ में आने वाले पानी को बंद कर दिया था.

विरोध

रतन सिंह की बेटी मांडूला और भाई कुंवर गंगा रामदेव ने अलाउद्दीन खिलजी के फैसले का कड़ा विरोध किया था.

आक्रमण

विरोध से नाराज खिलजी ने रतनगढ़ के किले पर आक्रमण कर दिया था, जहां आज रतनगढ़ वाली माता का मंदिर बना है.

समाधि

खिलजी की बुरी नजर से बचने के लिए बेटी मांडुला ने जंगल में इसी स्थान पर समाधि ले ली थी, जिन्हें आज देवी की रूप में पूजा जाता है.

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