रामायण काल से जुड़ा है मध्य प्रदेश का ये शनि मंदिर, जानिए इससे जुड़ी कहानी
Ranjana Kahar
Jun 01, 2024
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में बना शनि मंदिर काफी प्रसिद्ध है. यहां दूर-दूर से लोग आते हैं.
इस मंदिर का नाम शनिश्चरा मंदिर है. इसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है.
यह मंदिर देश के सबसे पुराने शनि मंदिरों में से एक माना जाता है.
शनिदेव मंदिर होने के कारण यह स्थान बहुत प्रभावशाली माना जाता है.
इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां लोग शनिदेव को तेल चढ़ाने के बाद उन्हें गले लगाते हैं.
रामायण काल से जुड़ा हुआ है मंदिर
पौराणिक कथाओं के अनुसार रावण ने शनिदेव को कैद कर लिया था. जब हनुमान जी माता सीता की खोज में लंका पहुंचे तो उन्होंने वहां शनिदेव को रावण की कैद में देखा.
लंका से कहीं दूर फेंक दिया
भगवान हनुमान को देखकर शनिदेव ने उनसे निवेदन किया कि वे उन्हें यहां से मुक्त करा दें. शनिदेव के निवेदन पर भगवान हनुमान ने उन्हें लंका से दूर फेंक दिया, ताकि वे सुरक्षित स्थान पर जा सकें.
शनिक्षेत्र
हनुमानजी द्वारा लंका से बाहर निकाले जाने के बाद शनिदेव मुरैना के इस क्षेत्र में आकर स्थापित हो गए और तब से यह क्षेत्र शनिक्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध हो गया.