Arjun को कृष्ण ने दिया था ये उपदेश, जानें

Bhagavad Gita Quotes

महाभारत के दौरान अर्जुन के विचलित मन को प्रभु श्री कृष्ण ने संभाला था, इस दौरान उन्होंने ये उपदेश दिया था.

मन पर नियंत्रण

कई बार हमारा मन ही हमारे समस्त दुखों का कारण बन जाता है, इसलिए हर व्यक्ति को अपने मन को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है

कर्म

हर मनुष्य को कर्म करना चाहिए, फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए.

भ्रमित मन

कार्य के पहले ही परिणाम की अपेक्षा करेंगे तो आपका मन भ्रमित हो जाएगा और आप अपना कर्म ठीक से नहीं कर पाएंगे.

खुद का आकलन

खुद से बेहतर कोई नहीं जान सकता, इसलिए स्वयं का आकलन करना सबसे जरूरी है.

अभ्यास

मनुष्य को सदैव अभ्यास करते रहना चाहिए, अभ्यास करने से मनुष्य का जीवन आसान हो जाता है

क्रोध

क्रोध को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए, यदि गुस्सा आए तो स्वयं को शांत रखने का प्रयास करें.

संदेह

व्यक्ति को संदेह या संशय का स्थिति में नहीं रहना चाहिए, जो लोग संशय का स्थिति में रहते हैं, उनका भला नहीं हो सकता है.

आत्मा

आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकते और न अग्नि इसे जला सकती है, जल इसे गीला नहीं कर सकता और वायु इसे सुखा नहीं सकती.

नरक के द्वार

नरक के तीन द्वार होते है, वासना, क्रोध और लालच.

VIEW ALL

Read Next Story