बलौदाबाजार में घने जंगलों के बीच है ये रहस्यमयी किला; दुर्लभ रास्तों से होता है सफर

Abhinaw Tripathi
Dec 05, 2024

Chhattisgarh Tourism

छत्तीसगढ़ में कई ऐसे प्लेस हैं जहां पर लोग घूमने- फिरने के लिए जाते हैं, ऐसे ही हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे किले के बारे में जो घने जंगलों के बीच बसा हुआ है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

बलौदाबाजार जिले में

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में स्थित सिंघनगढ़ का किला आज भी अनसुलझे रहस्य बन कर रह गया है.

भूतिया जगह

कई लोग इसे भूतिया जगह बताते हैं तो कई इसे राजा महाराजा का किला मानते हैं.

प्राचीन किला

बारनयापारा के मुख्य रास्ते से लगभग 4 किलोमीटर अंदर जंगल की ओर चढ़ाई करने के बाद, सिंघनगढ़ का प्राचीन किला स्थित है.

सिंधना धुर्वा

सिंघनगढ़ के प्राचीन किला तक पहुंचना कोई आसान बात नहीं है. कहा जाता है कि यहां सिंधना धुर्वा नाम का एक गोड़ राजा था जिसका यह किला हुआ करता था.

पैदल चढ़ाई करना

यहां तक पहुंचाने के लिए पैदल कई किलोमीटर पहाड़ में चढ़ाई करनी पड़ती है. आज भी पुराने इतिहास का वजूद यहां मौजूद है.यह रास्ता काफी दुर्लभ है.

ईंटों का इस्तेमाल

सिंघनगढ़ किले के पास कई स्थानों पर नालियों में पत्थरों के बजाय ईंटों का इस्तेमाल किया गया है. किले के कुछ ईंटों को नापे जाने पर इसकी लंबाई लगभग पौन फीट की आई.

पुरातत्व विभाग

किले के ऊपर पहुंचाने के बाद लगभग ढाई फीट की छोटी-छोटी पत्थरों से नक्काशी की गई प्राकृतिक मूर्ति वहां मौजूद है जिसका पता आज तक पुरातत्व विभाग नहीं लग पाया है.

सिंधना धुर्वा राजा

ऐसा कहा जाता है कि किला किसी सिंधना धुर्वा राजा ने बनवाया था. सिंधना धुर्वा एक गोड़ राजा था जो अपनी प्रजा के बीच बेहद लोकप्रिय था. धुर्वा बेहद अनुशासित और न्यायिक राजा था.

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