खून में उबाल ला सकते हैं भगत सिंह के ये विचार; जानें

Abhinaw Tripathi
Dec 19, 2024

Bhagat Singh ke Vichar

खुद को मोटिवेट रखने के लिए बहुत से लोग किसी न किसी के विचारों को पढ़ते हैं, ऐसे लोगों को हम बताने जा रहे हैं भगत सिंह जी के विचारों के बारे में.

वतन की ही खुशबू

मरकर भी मेरे दिल से वतन की उल्फत नहीं निकलेगी, मेरी मिट्टी से भी वतन की ही खुशबू आएगी.

गर्मी से गतिमान

राख का हर एक कण मेरी गर्मी से गतिमान है, मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद है.

उठाए जाते हैं

जिंदगी तो अपने दम पर ही जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं.

मानवता

मैं एक मानव हूं और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझे मतलब है.

सरफरोशी की तमन्ना

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है.

इंकलाब

इस कदर वाकिफ है मेरी कलम मेरे जज़्बातों से, अगर मैं इश्क़ लिखना भी चाहूँ तो इंकलाब लिखा जाता है.

मुझे लुभा नहीं सकता

मेरे जीवन का केवल एक ही लक्ष्य है और वो है देश की आज़ादी. इसके अलावा कोई और लक्ष्य मुझे लुभा नहीं सकता.

जीवन नहीं बिताना चाहता

जिन्दा रहने की हसरत मेरी भी है, पर मैं कैद रहकर अपना जीवन नहीं बिताना चाहता.

VIEW ALL

Read Next Story