Jyotiraditya Scindia vs KP Yadav: लोकसभा के पिछले चुनाव में मध्य प्रदेश की गुना- शिवपुरी सीट पर बीजेपी के गुमनाम चेहरे केपी यादव ने कद्दावर नेता और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरा दिया था. इसके बाद सिंधिया कांग्रेस छोड़कर अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में आ गए और केंद्रीय मंत्री बन गए. अब वे गुना- ग्वालियर में बहुत एक्टिव हैं और पिछले तीन सालों से गुना-ग्वालियर में कई विकास कार्य और प्रोजेक्ट्स लेकर आ रहे हैं. माना जा रहा है कि वे इस बार फिर गुना- शिवपुरी सीट से बीजेपी टिकट पर उतर सकते हैं. ऐसा होने पर मौजूदा सांसद केपी यादव का पत्ता कट सकता है. इसके चलते दोनों नेताओं के बीच शीत युद्ध चल रहा है. इसी शीत युद्ध में शनिवार को ऐसी घटना हो गई कि सभी लोग चटखारे लेकर उसका बखान कर रहे हैं. 


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हुआ यूं कि बड़े समय से गुना में पासपोर्ट सेवा केंद्र की मांग थी, जिसको लेकर पहले भाजपा के कई नेता कोशिश में लगे हुए थे पर सफल नहीं हो पा रहे थे. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 4 मार्च 2023 को विदेश मंत्रालय को पत्र लिख गुना में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने का आग्रह किया था. उनके इस आग्रह को विदेश मंत्रालय ने मान लिया और गुना के डाक घर में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने के आदेश दे दिए. 


इंस्पेक्शन के बहाने पासपोर्ट केंद्र का उद्घाटन


यह पासपोर्ट सेवा केंद्र कुछ सप्ताह पहले शुरू हो गया था. हालांकि इसके अनौपचारिक उद्घाटन के लिए 3 मार्च की तारीख तय की गई थी. इसके लिए अधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया था. इसको लेकर अगले कुछ दिनों में केंद्रीय मंत्री समय देने जा रहे थे लेकिन अब एक हास्यास्पद वाक़या हो गया. पता चला है कि गुना के सांसद केपी यादव ने अपने कुछ लोगों के साथ डाक घर में जाकर इंस्पेक्शन के बहाने उसका उद्घाटन कर दिया. 


गुना के सांसद केपी यादव का कारनामा


सूत्रों के मुताबिक शनिवार को रविदास जयंती की वजह से पासपोर्ट सेवा केंद्र में छुट्टी थी और वहां पर कोई कर्मचारी भी मौजूद नहीं था. ऐसे में केपी यादव ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उसका उद्घाटन कर दिया और बाद में नारियल भी फोड़ा. इस घटना के बाद जब उनसे पत्रकारों ने सवाल किया कि आप तो निरीक्षण के लिए आए थे और बिना किसी इंतजाम के उद्घाटन कर दिया. इस पर उन्होंने कहा कि आज रविदास जयंती जैसा शुभ दिन था इसलिए कर दिया.


इस घटना की सूचना शहर में जिसको भी मिल रही है, वो अपनी हंसी रोक नहीं पा रहा है. यह उद्घाटन सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है. साथ ही इस उद्घाटन को श्रेय की राजनीति भी माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि श्रेय लेने की होड़ में यह उद्घाटन किया गया है. 


आखिर क्यों चल रहा ये 'संघर्ष'


असल में इस बार के लोकसभा चुनाव को लेकर असमंजस की स्थिति है. माना जा रहा है कि इस बार गुना लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया या फिर केपी यादव या कोई अन्य नया चेहरा पार्टी उतार सकती है. लोकसभा चुनाव से पहले इस पासपोर्ट केंद्र का अचानक उद्घाटन का होना यह दर्शाता है कि यह लड़ाई अभी और आगे चल सकती है. 


(रिपोर्ट नीरज जैन)