Abhishek Singh Babu News: उत्तर प्रदेश (UP) के लखनऊ (Lucknow) में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के एक गुर्गे अभिषेक सिंह बाबू ने जेल से छूटते ही UP पुलिस और प्रशासन को चैलेंज किया. लखनऊ की सड़कों पर दबदबा दिखाने वाले बाबू का वीडियो फौरन ही वायरल हो गया. बाबू मुख्तार का करीबी रहा है. बम बनाने के सामान के साथ पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया था. यानी रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया है. शुक्रवार को बेल मिली तो बाबू अपने समर्थकों के साथ लखनऊ की सड़कों पर जुलूस लेकर निकल गए, मानो कोई बड़ा तीर मारकर आए हों. वीडियो के वायरल होने के बाद गोमतीनगर विस्तार बाबू के खिलाफ नया मुकदमा दर्ज कर लिया है. 


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माफियाओं का अंजाम भूल गए?


अभिषेक सिंह बाबू  साल 2020 में गिरफ्तार हुआ था. तब से लेकर अब तक यमुना जी में कितना पानी बह चुका है. यानी काफी चीजें बदल चुकी हैं. मुख्तार अंसारी मर चुके हैं. यूपी में तमाम माफियाओं को मि्ट टा दिया गया है. जो जिंदा बचे हैं सल्तनत को मिट्टी में मिला दिया गया है. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि यूपी में अगर किसी का दावा है तो कानून व्यवस्था का. अब सवाल ये उठ रहा है कि काफी समय बाद जेल से बेल पर छूटे बाबू ने अपनी दबंगई और हनक दिखाने के नाम पर सीधे-सीधे यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) को खुली चुनौती तो नहीं दी है.


गुर्गे के जुलूस में पिसे लोग


मुख्तार अंसारी का गुर्गा अभिषेक सिंह बाबू जेल से जमानत पर छूटने के बाद लखनऊ की सड़कों पर जुलूस निकाला जिसमें सड़क को दोनों तरफ से जाम करके सैकड़ो की संख्या में गाड़ियों के काफिले के साथ अपना स्वागत कराने के लिए बेताब दिखा. इस वजह से लोगों को ट्रैफिक जाम जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ा.


बाबू की क्राइम कुंडली


मुख्‍तार के करीबी अभिषेक सिंह बाबू के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं. कभी अलीगंज में इसका रौला था. बाबू के नाम की दहशत से लोग कांपते थे.  मुख्‍तार अंसारी के करीबियों के खिलाफ हुए एक्शन में लखनऊ पुलिस ने अभिषेक को गोमती नगर एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने तब बम बनाने का सामान और एक बुलेट फ्रूफ गाड़ी की चाबी बरामद की थी.