Maha Kumbh Stampede: क्या महाकुंभ की भव्यता, दिव्यता से कोई परेशान है? महाकुंभ में आधी रात को ऐसा क्या हुआ कि श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई? जी न्यूज ने सबसे पहले ये खबर दी कि अफवाह की वजह से भगदड़ फैली है. जिसके बाद संतों से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस खबर पर मुहर लगाई. ऐसे में सवाल है कि क्या सनातन विरोधियों ने महाकुंभ में महास्नान के दिन विघ्न डालने की साजिश की? क्या अफवाह की वजह से ही महाकुंभ में भगदड़ फैली?  क्या कोई महाकुंभ को बदनाम करना चाहता है?


'भव्य, शांतिपूर्ण आयोजन से कुछ लोगों को दिक्कत तो होगी है'


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यूं तो इन सवालों के जवाब सीधे तौर पर मौजूद नहीं हैं लेकिन जी न्यूज के साथ बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी एके जैन ने कहा,'हो सकता है कि यह कोई साजिश हो, यह भी है सकता है कि किसी ने यह अफवाह फैलाई हो कि इतने बजे स्नान करें, इतना ना करें और इतने बजे के बाद स्नान की इजाज़त नहीं दी जाएगी. यह तो फिलहाल जांच का विषय है.' जैन ने आगे कहा,'हो सकता है कि किसी को इतने बड़े और कामयाब और शांतिपूर्वक आयोजन से बहुत से लोगों इस बात से कष्ट हो.'


कुछ लोग तो असंतुष्ट होंगे ही...


जी न्यूज से बात करते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि सनातन विरोधी लोग परेशान हैं और वो अफवाह फैला रहे हैं.  इसके अलावा देवकीनंदन ठाकुर ने भी इसको साजिश करार दिया. साथ ही धर्मगुरू आनंद महाराज स्वरूप ने कहा कि निश्चित रूप से कुछ लोगों को तो अच्छा नहीं लगता कि आयोजन सफल हो जाए. आयोजन का श्रेय सरकार को मिले. क्योंकि इतनी बड़ी व्यवस्था है तो कुछ लोग संतुष्ट होंगे और कुछ लोग असंतुष्ट होंगे. उन्होंने कहा कि ये सब राजनीति है. ऐसा नहीं होना चाहिए. 



सीएम योगी भी बोले 'नकारात्मक अफवाह'


इससे पहले मुख्यमंत्री योगा आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अफवाहों से दूर रहें, कोई भी व्यक्ति नकारात्मक अफवाह फैलाने की कोशिश करेगा तो नुकसान हो सकता है. उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन दबाव जरूर है, ऐसे में किसी भी नकारात्मकता को पर विश्वास ना किया जाए. उन्होंने कहा कि रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर जहां से अमृत स्नान के मकसद से बैरिकेड्स लगाए गए थे, उन बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं. उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर इलाज की व्यवस्था की गई है. उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं.'


जहां हैं वहीं स्नान करें: सीएम योगी


उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा,'मैं लोगों से अपील करूंगा कि वह प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें. मैं सभी से कहूंगा कि वह जिस भी घाट पर हैं, वहीं स्नान करें. संगम नोज पर स्नान जरूरी नहीं हैं, सभी श्रद्धालु वहां जाने से बचें. सकुशल स्नान कराना हमारी प्राथमिकता है. प्रयागराज में भीड़ का भारी दबाव है, इसलिए पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे और उसके बाद ही संत स्नान करेंगे.