Mahadev App: महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने मामले के दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी के नाम नितिन टिब्बरवाल और अमित अग्रवाल है. दोनों को एजेंसी ने रायपुर की अदालत में पेश कर 17 जनवरी तक पूछताछ के लिये हिरासत में लिया. महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस के अलावा विशाखापट्टनम पुलिस और दूसरे राज्यों की पुलिस ने मामला दर्ज कर रखा है. 


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अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार


जांच शुरू होने के बाद से एजेंसी अभी तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपियों की 572.41 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया जा चुका है. एजेंसी ने अपनी जांच में पाया कि भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दुबई से छत्तीसगढ़ में महादेव ऑनलाइन बुक के नाम से सट्टेबाज़ी का ऑनलाइन नेटवर्क चला रहे हैं. जिसमें लाइव गेम्स के जरिये पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, किक्रेट बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल पर सट्टेबाजी की जा रही है. 


WhatsApp के जरिये हो रही थी ठगी


M/s Mahadev Book कई अलग-अलग नामों से वेबसाइट चलाता है और चैट ग्रुप के जरिये संपर्क में रहता है. ये लोग वेबसाइट पर नंबर फ्लैश कर पैसे जीतने का लालच देते हैं. दो नंबर दिये जाते हैं. उनपर सिर्फ़ WhatsApp के जरिये ही संपर्क हो सकता था. जब कोई व्यक्ति इन नंबरों पर संपर्क करता था तो उन्हें दो नंबर दिये जाते थे. जिनमें एक नंबर पैसे जमा करने के लिये और यूजर आईडी लेकर सट्टा लगाने के लिये होता था और दूसरा नंबर वेबसाइट पर जमा प्वाइंट को कैश करने के लिये होता था. 


जांच में बड़ा खुलासा


जांच में पता चला कि नितिन टिब्बरवाल के पास M/s Techpro IT Solutions Ltd कंपनी के ज्यादातर शेयर हैं यानी मालिकाना हक है. ये कंपनी महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी के फ्रंट के तौर पर काम कर रही थी. सट्टेबाजी की कमाई से जो अवैध कमाई की जा रही थी, उस पैसों को Foreign Portfolio Investment के जरिये विदेश में निवेश कर रहा था. नितिन से जब एजेंसी ने पूछताछ की तो उसने इसकी जानकारी नहीं दी जबकि एजेंसी के पास इस बात के पुख्ता सबूत थे. यानी नितिन ने विदेश में अपने खातों और निवेश के बारे में एजेंसी से जानबूझ कर जानकारी छिपाई. 


ऐसे होती थी अवैध कमाई


इसके अलावा अमित अग्रवाल ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिये हुई अवैध कमाई को जानबूझकर अपने फायदे के लिये इस्तेमाल किया. अमित, अनिल अग्रवाल का भाई है जो महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी में मुख्य आरोपियों रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर का सहयोगी है. जांच में सामने आया कि अमित अग्रवाल ने अपने और अपनी पत्नी के बैंक खातों में 2.5 करोड़ की एंट्री की वो भी कैश लेकर. जब एजेंसी ने अमित से पूछताछ की तो उसने बताया कि ये पैसे लोन लिये गये हैं लेकिन जांच में सब खुलासा हो गया था. यानी अमित ने भी महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी के जरिये आ रहे अवैध पैसों को छिपाने में मदद की.