बीजेपी वालों का नारा मिसफायर किया... महाराष्ट्र में वोटिंग से पहले अजित पवार का विस्फोटक इंटरव्यू
Ajit Pawar on BJP Slogan: महाराष्ट्र में वोटिंग से पहले सियासी समीकरण बदलते दिख रहे हैं. सरकार में शामिल अजित पवार के बयान बहुत कुछ संदेश दे रहे हैं. बंटेंगे तो कटेंगे जैसे नारे पर वह पहले ही नाखुशी जता चुके हैं, अब चुनाव से पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए भाजपा पर सवाल उठाए हैं.
Ajit Pawar Katenge to Batenge: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अजित पवार बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा करते दिख रहे हैं. वैसे वह आज भी भाजपा के साथ हैं लेकिन ताजा बयानों की टाइमिंग सियासी हलचल पैदा कर रही है. हां, ऐसे समय में जब 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं' जैसे नारे बीजेपी की तरफ से उछाले जा रहे हैं, राज्य सरकार में शामिल शरद पवार के भतीजे ने लोकसभा चुनाव 2024 में खराब प्रदर्शन के लिए भाजपा को खूब सुनाया है. उन्होंने आगे कह दिया कि बंटेंगे तो कटेंगे जैसा नारे यूपी में चलते होंगे, यहां नहीं चलेगा.
बीजेपी वालों ने नारा लगवाया
ANI को दिए इंटरव्यू में अजित पवार ने कहा कि यूपी और महाराष्ट्र में एनडीए का रिजल्ट अच्छा नहीं रहा. नॉर्थ वालों की सोच अलग रहती है, साउथ वालों की सोच अलग रहती है. हमारे महाराष्ट्र में विदर्भ, मराठवाड़ा, मुंबई, उत्तर, पश्चिम और कोंकण हर एक की सोच अलग रहती है.
उन्होंने कहा कि 0.6 पर्सेंट वोट महायुति को कम मिले फिर भी हम इतनी सीटें हार गए. फिर हम बैठे कि क्या हुआ? वास्तव में दो नरैटिव तो क्लियर दिखाई दिए. एक तो अबकी बार 400 पार बीजेपी वालों ने दिल्ली में नारा लगवाया. वो इतना मिसफायर हुआ कि विपक्ष वाले बोलने लगे कि इनको स्पष्ट बहुमत के लिए 275 चाहिए, 300 से ज्यादा ले आए हैं तो इस बार 400 पार क्यों चाहिए? वे बोले कि इनको संविधान बदलना है, हिंदू राष्ट्र बनाना है, आरक्षण हटाना है... ऐसा कुछ भी बोलते थे.
ये लोग बार-बार नारा लगवाते
शरद पवार से अलग राह पर चल रहे भतीजे ने आगे कहा कि अल्पसंख्यक वाले सोचते थे कि ये हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. ऐसे फेक नरैटिव बनाए गए. हम कहते रहे कि ऐसा नहीं होगा. ये गलत है. बाबा साहेब का संविधान इतना बढ़िया है, सब लोग इसका आदर करते हैं लेकिन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. कोई मानने को तैयार नहीं था क्योंकि ये लोग (भाजपा) बार-बार कह रहे थे कि अबकी बार 400 पार, अबकी बार 400 पार.
अजित यहीं नहीं रुके. अगला मुद्दा प्याज का बताया. बोले कि हमारे यहां प्याज उगाने वाले किसान बहुत हैं. रेट इतने नीचे आए कि लोग बोलते थे कि पहले प्याज के बारे में बोलो. तीसरा था CAA का मुद्दा. लोग बोले कि ये कानून किसलिए बनाया. रूस, श्रीलंका, इजरायल जैसे कई देशों में हालात खराब थे... ऐसे में मुसलमानों ने वन साइड वोट किया. उन्होंने कहा कि वे हमें निकालने वाले हैं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजित पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार विधानसभा चुनाव में तो बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजित दादा ने कहा कि उसका हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे, पूनम महाजन ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर (योगी आदित्यनाथ) आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
अडानी-अमित शाह मीटिंग पर बोले अजित की सफाई
सना और नवाब मलिक पर भी अजित पवार ने दो टूक बात कही. उन्होंने कहा कि मेरे लोग सना को टिकट देने पर नाराज नहीं हैं. बीजेपी नवाब मलिक पर आपत्ति जता रही थी. इस पर अजित दादा ने कहा कि उनके ऊपर जो आरोप लगे हैं, वो अभी सिद्ध नहीं हुए हैं. ऐसे कैसे चलता है. उन्होंने सबके लिए कहा है लेकिन सिद्ध भी तो होना चाहिए. राजीव गांधी पर भी बोफोर्स के आरोप थे. ये ऐसे ही करते हैं मेरे ऊपर भी तो आरोप थे.