मुंबई: मुंबई के नायर अस्पताल में एमआरआई मशीन में फंसकर एक शख्स की मौत के मामले में फिलिप्स कंपनी की टीम मशीन की जांच करेगी. अस्पताल के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. बी वाई एल नायर चैरिटेबल अस्पताल के डीन डॉ रमेश भारमल ने बताया 'एमआरआई मशीन की निर्माता फिलिप कंपनी की एक टीम अस्पताल का दौरा करेगी'. भारमल ने बताया 'कंपनी की इंजीनियरिंग टीम मशीन की जांच कर एक रिपोर्ट सौंपेगी.' नगर निगम ने गठित की जांच टीम बृहनमुंबई नगर निगम ने घटना की जांच करने के लिए एक समिति गठित की है. वहीं पुलिस ने मामले में गैर इरादतन हत्या के आरोप में अस्पताल के तीन कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.


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ऐसे हुआ हादसा
32 वर्षीय मृतक राजेश मारू के जीजा हरीश सोलंकी ने मीडिया को बताया कि उनकी मां नायर अस्पताल में भर्ती थी. उनका एमआरआई होना था, ऐसे में उनके साथ राजेश गया. रूम के बाहर बैठे वार्ड बॉय ने राजेश से उनकी चेन, अंगूठी आदी सब उतरवा ली. उनके हाथ में ऑक्सीजन सिलेंडर भी था, लेकिन कर्मचारी ने उन्हें ये कहते हुए इसे अंदर ले जाने दिया कि मशीन बंद है.


लेकिन जैसे ही राजेश रूम में गए तो एमआरआई मशीन ने ऑक्सीजन सिलेंडर खींच लिया, जिस वजह से राजेश भी मशीन खिंचे चले गए. चुंबकीय पावर के कारण राजेश मशीन में ही फंसे रह गए. मशीन के दबाव से सिलेंडर का ढक्कन खुल गया और ऑक्सीजन गैस राजेश के शरीर में भर गई, जिससे उनका पेट फूल गया और आंखें बाहर आ गईं.


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चीखें सुन वहां मौजूद कर्मचारी और अन्य ने उन्हें बाहर खींचकर निकाला. उनकी हालत देख सबके होश उड़ गए. राजेश को तुरंत अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.