हिंसा से झुलसते मणिपुर में सियासी संकट! NPP के समर्थन लेने से BJP की सेहत पर क्या होगा असर, समझिए विधानसभा का नंबर गेम
Manipur Assembly Seats: मणिपुर में जारी हिंसा के बीच भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल नेशनल पीपुल्स पार्टी यानी एनपीपी ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. ऐसे में विधानसभा की सीटों पर या फिर बीरेन सिंह सरकार पर क्या असर पड़ेगा? समझिए मणिपुर विधानसभा का नंबर गेम
Manipur Assembly: नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि एनपीपी राज्य में जारी संकट को हल करने में नाकाम रही है. रविवार को भाजपा नेता जगत प्रकाश नड्डा को लिखे पत्र में एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने मणिपुर में मौजूदा कानून व्यवस्था की हालत पर चिंता जताई. पत्र में कहा गया है कि हालत "और भी खराब हो गई है", जिसके नतीजे में और भी बेकसूर लोगों की जान चली गई है और राज्य के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पत्र में कहा गया है,'हमें लगता है कि श्री बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर राज्य सरकार संकट को हल करने और नॉर्मल हालात बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है. मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने मणिपुर राज्य में बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन तत्काल प्रभाव से वापस लेने का फैसला किया है.' हालांकि दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में मणिपुर के हालात पर अहम मीटिंग बुलाई थी. हालांकि इस संबंध में एक बड़ी मीटिंग सोमवार को 12 बजे से होगी.
क्या है मणिपुर विधानसभा का नंबर गेम?
मणिपुर 60 विधानसभा सीटों वाला राज्य है. 2022 के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नजर डालें तो भाजपा के पास बहुमत के आंकड़े 31 से एख सीट ज्यादा है. 2022 में हुए मणिपुर विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 32, कांग्रेस ने 5, जदयू ने 6, नागा पीपुल्स फ्रंट ने 5 और कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 7 सीटें जीती थीं. इसके अलावा कुकी पीपुल्स एलायंस ने 2 और 3 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे. हालांकि 2022 में विधानसभा चुनाव के कुछ बाद जेडीयू के 6 में से 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे असेंबली में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 37 हो गई. ऐसे में एनपीपी के 7 विधायक गठबंधन से अलग होने पर बीरेन सिंह की सरकार को किसी भी तरह का खतरा नजर नहीं आ रहा है.
एनपीपी के 7 विधायकों के नाम
➤ शेख नूरुल हसन (क्षेत्रीगाओ एसी)
➤ खुराइजम लोकेन सिंह (वांगोई एसी)
➤ इरेंगबाम नलिनी देवी (ओइनम एसी)
➤ थोंगम शांति सिंह (मोइरंग एसी)
➤ मयंगलमबम रामेश्वर सिंह (काकचिंग एसी)
➤ एन. कायिसि (तादुबी एसी)
➤ जंघेमलंग पनमेई (तामेंगलोंग एसी)