Maratha Reservation : आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे की ओर से एक बयान सामने आया है. जिसमें मनोज जरांगे ने बृहस्पतिवार  (14 फरवरी)  को कहा कि महाराष्ट्र सरकार की 'कुनबी मराठाओं के रक्त संबंधियों' संबंधी मसौदा अधिसूचना को कानून में बदलने की मांग पर दबाव बनाने के लिए वह 18 या 19 फरवरी को मुंबई जाएंगे.


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एक दिन पहले महाराष्ट्र सरकार ने कहा था कि मराठा समुदाय की आरक्षण और अन्य मांगों पर चर्चा के लिए 20 फरवरी को राज्य विधानसभा का एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा. जिसके बाद जरांगे की यह टिप्पणी आई है.


 


मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर जरांगे ने जालना जिले के अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती गांव में छठे दिन अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखा. इसी दौरान जरांगे के एक करीबी सहयोगी ने बताया कि जरांगे की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ गई है, जरांगे ने लड़खड़ाती हुई आवाज में संवाददाताओं से कहा, ''कुनबी मराठाओं की रक्त संबंधी मसौदा अधिसूचना को लागू करने को लेकर दबाव बनाने के लिए मैं 18 या 19 फरवरी को मुंबई जाऊंगा.


 


जरांगे के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे मराठा कार्यकर्ता किशोर मरकड का कहना है, कि सरकार के प्रतिनिधियों को जरांगे से बात करनी चाहिए और अधिसूचना को लागू करने का आश्वासन देना चाहिए.


 


जरांगे को बुधवार (14 फरवरी) शाम को प्रदर्शन के दौरान 'आईवी फ्लूइड' दिया गया. बिना जानकारी के 'आईवी फ्लूइड' लगाए जाने से गुस्साए जरांगे ने कहा कि अगर सरकार उन्हें चिकित्सा उपचार प्रदान करना चाहती है तो उन्हें तुरंत मराठा आरक्षण लागू करना चाहिए नहीं तो वह फिर से विरोध प्रदर्शन के दूसरे दौर के लिए मुंबई जाएंगे. मरकड ने कहा कि जरांगे के सहयोगियों ने बुधवार को उन्हें एक गिलास पानी भी पिलाया.