Bangladesh News In Hindi: बांग्लादेश में अल्पसंख्‍यकों पर जुल्म किए जाने की रिपोर्ट्स से भारत में गुस्सा बढ़ रहा है. इस गुस्से की एक झलक सोमवार सुबह त्रिपुरा के अगरतला में देखने को मिली. पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर अगरतला स्थित बांग्लादेश सहायक उच्चायोग में तोड़फोड़ की. विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस तोड़फोड़ की निंदा की है.


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विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'अगरतला में बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग में आज हुई घटना अत्यंत खेदजनक है. किसी भी परिस्थिति में राजनयिक और वाणिज्य दूतावास की संपत्तियों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. सरकार नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग और देश में उनके उप/सहायक उच्चायोगों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए कार्रवाई कर रही है.'


अगरतला की घटना पर विदेश मंत्रालय का बयान

बांग्लोदश के खिलाफ भड़क रहा गुस्सा


बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग परिसर में हुई घटना से दो दिन पहले, शनिवार को ढाका से होकर जाने वाली अगरतला-कोलकाता बस पर बांग्लादेश के ब्राह्मणबरिया जिले में हमला हुआ था. यह बस विश्वा रोड पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हालिया घटना भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुई है. पड़ोसी देश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से ही हिंदुओं पर हमले तेज हुए हैं.


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दोनों देशों के बीच तनाव तब और बढ़ गया, जब बांग्लादेश की सरकार ने अल्पसंख्यक हथियारों की वकालत करने वाले ISKCON के संत कृष्‍ण दास को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें अक्टूबर में बांग्लादेशी झंडे का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दास को जमानत तक नहीं मिली है.


ममता ने की अपील


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्र से बांग्लादेश में शांति मिशन तैनात करने के लिए संयुक्त राष्ट्र से संपर्क करने का अनुरोध किया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वहां से सताए गए भारतीयों को वापस लाने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की. बनर्जी ने यह भी मांग की कि विदेश मंत्री को बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर भारत के रुख से संसद को अवगत कराना चाहिए.


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दिल्ली में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन


पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ नई दिल्ली में सोमवार को हिंदू संगठनों का विरोध देखने को मिला. विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने IANS से कहा कि सभी बांग्लादेश की स्थिति से परिचित हैं. वहां पर स्थिति चिंताजनक है. 1947 के बाद से जब भी वहां पर कोई घटना घटती है, तो हिंदुओं पर अत्याचार होता है. अब स्थिति और भी भयावह हो गई है और हमारे धार्मिक स्थलों को तोड़ा जा रहा है. हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. संतों को सुरक्षा प्रदान करने के बजाय उनको जेल में डाला जा रहा है. उनको जेल में डालना बहुत ही निंदनीय है. यूनाइटेड नेशन और बांग्लादेश सरकार से हमारी मांग है कि वो सभी हिंदुओं को सुरक्षा प्रदान करें. (एजेंसी इनपुट)