नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के दो दिन पहले जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और बीजेपी नेता व क्रिकेटर गौतम गंभीर के बीच तीखी बहस देखने को मिली. बाद में महबूबा ने उन्हें ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया. ये बहस कुछ इस कदर बढ़ी कि महबूबा ने गंभीर को ब्लॉक कर दिया. कुछ दिन पहले, जम्मू कश्मीर की स्वायत्तता के मुद्दे पर गंभीर की उमर अब्दुल्ला से भी बहस हो गई थी. गंभीर राष्ट्रीय मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखते रहे हैं.


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पीडीपी नेता ने कहा था कि अनुच्छेद 370 समाप्त करने का मतलब होगा कि राज्य में अब भारत का संविधान प्रभावी नहीं होगा और अगर भारतीय इसे नहीं समझते तो वे ‘गायब’ हो जाएंगे और उनकी ‘कहानी खत्म हो जाएगी’. इस पर पिछले महीने ही बीजेपी में शामिल हुए गंभीर ने लिखा, "यह भारत है और आपके जैसा धब्बा नहीं है जो गायब हो जाएगा." इस पर महबूबा मुफ्ती की ओर से तीखा जवाब आया. उन्होंने कहा, "उम्मीद करती हूं कि बीजेपी में आपकी राजनीतिक पारी आपके क्रिकेट कॅरियर की तरह बहुत खराब नहीं रहे." 



गंभीर ने भी जवाब दिया, "ओह तो आपने मेरे ट्विटर हैंडल को अनब्लॉक कर दिया. आपको मेरे ट्वीट का जवाब देने के लिए 10 घंटे लगे और इस तरह की नीरस तुलना की. इतने धीमे. यह आपके व्यक्तित्व में गहराई की कमी दिखाता है."


 



इसके बाद बहस अप्रिय होने लगी और मुफ्ती ने गंभीर की मानसिक सेहत पर चिंता जता दी. यह बहस कुछ और ट्वीट के साथ जारी रही.