Delhi Election 2025: दिल्‍ली विधानसभा के साथ यूपी में अयोध्‍या की मिल्‍कीपुर सीट पर 5 फरवरी को उपचुनाव होने जा रहा है. इन दोनों ही जगहों पर इंडिया ब्‍लॉक ने जो रणनीति बनाई है वो चौंकाने वाली है. अयोध्‍या की मिल्‍कीपुर सीट पर कांग्रेस ने अखिलेश यादव की सपा को समर्थन देने का ऐलान किया है. इससे पहले यूपी की जो नौ सीटों पर उपचुनाव हुए थे उनमें भी कांग्रेस के सपा के पक्ष में अपने प्रत्‍याशी नहीं उतारे थे. कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि निश्चित तौर से मिल्‍कीपुर में हम अपने सहयोगी समाजवादी पार्टी को पूरा सहयोग करेंगे, वहां हम चुनाव नहीं लड़ेंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कायदे से तो इसके एवज में दिल्‍ली में कांग्रेस को सपा का समर्थन मिलना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया. साथ ही ये भी साफ कर दिया कि उनकी पार्टी दिल्‍ली विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेगी. दिल्‍ली में कांग्रेस के बजाय आप को समर्थन देने के मामले में उन्‍होंने कहा कि कि जो भाजपा को हराएगा, सपा उसका साथ देगी. दिल्ली में कांग्रेस के पास मजबूत संगठन नहीं है. ऐसे में हमारा दल आम आदमी पार्टी को समर्थन देगा. मैं आम आदमी पार्टी के साथ मंच शेयर करूंगा. दिल्ली में भाजपा को आप ही हरा पाएगी. ऐसे में जो भाजपा को हराएगा, सपा उसके साथ है.


24 Akbar Road: 1978 से जो था कांग्रेस का 'पता', 24 अकबर रोड बंगले की कहानी


सवाल उठता है कि यदि सपा केवल भाजपा को हराने के लिए यदि दिल्‍ली में आप का समर्थन कर रही है तो इंडिया ब्‍लॉक के ही घटक कांग्रेस और आप ऐसा क्‍यों नहीं करते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस लगातार आप पर हमला कर रही है. वो मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रही है. ऐसे में यदि आप और कांग्रेस में दिल्‍ली के भीतर चुनावों में फाइट हो गई तो उसका सीधा फायदा भाजपा को मिलेगा? जो इंडिया ब्‍लॉक भाजपा के विरोध के नाम पर बना है उसमें दिल्‍ली में कोई तालमेल नहीं दिखा. चुनाव के ऐलान से काफी पहले ही आप ने कह दिया था कि दिल्‍ली में कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. हरियाणा में भी कांग्रेस ने आप को शामिल नहीं किया था. उसका खामियाजा भी हरियाणा के चुनाव नतीजों में दिखा. 


गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने मंगलवार को चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया. दिल्ली में पांच फरवरी को एक चरण में चुनाव होगा और नतीजे की घोषणा आठ फरवरी को होगी. ईसीआई राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख वोटर्स हैं. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख, महिला मतदाता 71.74 लाख और युवा मतदाता 25.89 लाख हैं. उधर, पहली बार वोट देने जा रहे मतदाताओं की कुल संख्या 2.08 लाख है. इसके अलावा, दिल्ली में 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए जाएंगे. 100 साल से ऊपर के मतदाताओं की संख्या 830 है.