नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके इस निधन पर उन्हें देश ही नहीं विदेश से भी श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है. चाहे उनके समर्थक हों या फिर उनके विरोधी, हर कोई उन्हें अपने तरीके से याद कर रहा है. विरोधी पार्टियों के नेता भी उनकी तारीफ करते हुए उनके योगदान को याद कर रहे हैं. देश के हर कोने में उन्हें याद करते हुए लोग अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं. लेकिन उन्हें श्रद्धांजलि देने के  एक कार्यक्रम में विवाद हो गया और बात मारपीट पर पहुंच गई.


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औरंगाबाद नगर निगम में शुक्रवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम रखा गया. इस कार्यक्रम का असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के एक पार्षद अब्दुल मतीन ने विरोध शुरू कर दिया. इसके बाद भाजपा के पार्षदों ने मतीन की सदन में ही पिटाई कर दी.



मतीन की पिटाई सदन में ही हो गई. सदन के सभापति उन्हें रोकते रहे, लेकिन भाजपा पार्षदों ने उन्हें पीट दिया. यहां तक कि महिला पार्षद ने भी उन्हें दो चार थप्पड़ जड़ दिए. भाजपा के सभी पार्षदों ने उन्हें घेरकर बुरी तरह मारना शुरू कर दिया. बाद में सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें किसी तरह सदन से बाहर निकाल कर उन्हें बचाया.



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इस हमले में घायल हुए मतीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद उन्होंने अपना बयान एक वीडियो के जरिए किया. इसमें वह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि उन्होंने इस प्रस्ताव का विरोध किया था.



मतीन ने सदन के सभापति से अपना विरोध दर्ज कराने के लिए कहा. इसके बाद भाजपा और शिवसेना के पार्षदों ने उनकी जमकर धुनाई कर दी. अब वह इस मामले में उन सभी पार्षदों की गिरफ्तारी चाहते हैं.