Delhi Police: वित्त मंत्रालय का एक कर्मचारी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हुआ है. आरोपी सुमित डेटा एंट्री ऑपरेटर है और वह कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहा था. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पैसों के बदले वह संवेदनशील जानकारी दूसरे मुल्कों को देता था. आरोपी के पास से एक मोबाइल जब्त किया गया. सीक्रेट जानकारी इसी फ़ोन से साझा कर रहा था.


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वह वित्त मंत्रालय से संबंधित डेटा लीक कर रहा था. आरोपी के फोन से कई महत्पूर्ण डेटा और जानकारी क्राइम ब्रांच को मिली है. क्राइम ब्रांच ऑफिशल सीक्रेट एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस अब इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही कि आरोपी ने अब तक कौन-कौन सी जानकारियां दूसरे देशों को भेजी हैं.


साथ ही इसको खरीदने वाले लोग कौन थे? पुलिस मंत्रालय में तैनात अन्य कर्मचारियों की भी जांच की जा रही, ताकि ये पता चल सके कि किस-किस ने इस काम में उसका साथ दिया. अधिकारी ने कहा, अपराध शाखा पुलिस स्टेशन में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3/9 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है. 


चंडीगढ़ में भी गिरफ्तार हुआ था एक जासूस


अभी हाल ही में लंबे समय से 'सिख फॉर जस्टिस' और पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहे एक जासूस को पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था. पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) गुरचरण सिंह और इंस्पेक्टर मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन सेल की एक टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया. उसकी पहचान 40 वर्षीय त्रिपेंदर सिंह के रूप में हुई, जो लंबे समय से चंडीगढ़ के सेक्टर 40 में रह रहा था.


आरोपी कई सालों से इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और सिख फॉर जस्टिस को सूचनाएं भेज रहा था. उसने पंजाब और भारत के अन्य भागों के महत्वपूर्ण स्थानों के बारे में जानकारी भेजी. उसने सरकारी भवनों समेत महत्वपूर्ण जगहों के फोटो और नक्शे भी भेजे.


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