नई दिल्ली: विदेशों की तर्ज पर भारत में भी अलग-अलग वैक्सीनों को लेकर शोध जारी है. देश में भी वैक्सीन कॉकटेल को लेकर लगातार स्टडी हो रही है. इस बीच आईसीएमआर (ICMR) के शोध में भारतीय वैक्सीनों की मिक्सिंग के सकारात्मक नतीजे मिले हैं. यानी कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को नई कामयाबी मिलती दिख रही है. दरअसल कोवैक्सीन और कोविशील्ड टीकों की मिक्स डोज पर हुई स्टडी के नतीजे शानदार रहे हैं.


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रिसर्च में इन दोनों वैक्सीन के मिलाने से यह न सिर्फ वायरस के खिलाफ सुरक्षित पाया गया, बल्कि इससे बेहतर इम्युनिटी भी हासिल हुई.


ICMR का शोध


एक सूत्र ने बताया था कि विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) के साथ मंथन के बाद वेल्लोर के सीएमसी को चौथे चरण का क्लिनिकल परीक्षण करने की अनुमति देने की सिफारिश की गई थी जिसमें कोविड​​-19 टीकों, कोवैक्सिन और कोविशील्ड के मिश्रण पर अध्ययन करने के लिए 300 स्वस्थ वालंटियर्स को शामिल किया गया था.



एक्सपर्ट कमेटी ने बायोलोजिकल-ई द्वारा पांच से 17 साल के उम्र की आबादी पर अपने कोविड-19 टीके का दूसरे/तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण करने के लिए दिए गए आवेदन पर भी चर्चा की थी. 


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दोनों वैक्सीन का इम्यून रिस्पॉन्स बेहतर


भारत की दोनों स्वदेशी वैक्सीन बेहतर हैं. करोड़ों लोगों को ये टीके लगने से पहले ट्रायल के दौरान भी कोविशील्ड और कोवैक्सीन के नतीजे बेहद शानदार रहे थे. यानी हेल्थ वर्कर्स को जब देश में ये टीके लग रहे तो उस दौर में भी इनसे मिला इम्यून रिस्पॉन्स अच्छा था.