पोर्टफोलियो बंट गए... कितना सच कितना फसाना?
Modi Cabinet 3.0: प्रधानमंत्री मोदी की पूरी टीम आपने रविवार को शपथ ग्रहण समारोह में ही देख ली थी. अब हम आपको बताएंगे कि प्रधानमंत्री ने इस टीम को किस तरह काम बांटा है. तीसरी पारी में सरकार को और परफेक्शन और स्पीड से चलाने के लिये किस मंत्री को क्या ज़िम्मेदारी दी गई है.
Modi Cabinet 3.0: प्रधानमंत्री मोदी की पूरी टीम आपने रविवार को शपथ ग्रहण समारोह में ही देख ली थी. अब हम आपको बताएंगे कि प्रधानमंत्री ने इस टीम को किस तरह काम बांटा है. तीसरी पारी में सरकार को और परफेक्शन और स्पीड से चलाने के लिये किस मंत्री को क्या ज़िम्मेदारी दी गई है. सबसे पहले आपको बता दें कि मोदी सरकार के टॉप फाइव ऑर्डर में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
प्रधानमंत्री के पद के बाद जो सबसे ख़ास या कहें ताकतवर पद माने जाते हैं, उसमें 2019 जैसी ही स्थिति है, कोई बदलाव नहीं हुआ है. राजनाथ सिंह फिर रक्षा मंत्री बनाये गये हैं, अमित शाह फिर गृह मंत्री बनाए गये हैं, सहकारिता मंत्रालय भी वही देखेंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही हैं. विदेश मंत्री एक बार फिर एस जयशंकर ही हैं.
नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री)
1.राजनाथ सिंह-रक्षा
2.अमित शाह- गृह, सहकारिता
3.नितिन गडकरी- सड़क परिवहन
4.जेपी नड्डा- स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, उर्वरक
5. शिवराज सिंह चौहान- कृषि, ग्रामीण विकास
मोदी की सोशल इंजीनियरिंग
एक तरफ तो पीएम मोदी ने अपनी कैबिनेट के जरिये पॉलिटिकल इंजीनियरिंग की है.. वहीं, पीएम मोदी ने पद संभालते ही सोशल इंजीनियरिंग पर भी काम शुरु कर दिया है. तीसरे कार्यकाल के लिए पदभार संभालते के बाद पीएम मोदी ने जो पहली फाइल साइन की, वो किसान हित से जुड़ी थी. पीएम मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि की सत्रहवीं किस्त जारी करने वाली फाइल पर साइन कर दिये हैं. जिससे 9 करोड़ 30 लाख किसानों के खातों में 20 हजार करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर होगी.
अब समझने वाली बात ये भी है कि आखिर पीएम मोदी ने सबसे पहले किसान सम्मान निधि की फाइल पर ही साइन क्यों किये. राजनीतिक पंडित इसे चुनाव नतीजों से जोड़कर भी देख रहे हैं. पिछली बार यानी 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार गांवों में बीजेपी का वोट शेयर साढ़े चार फीसदी कम हुआ है. 2019 में ग्रामीण भारत में बीजेपी को साढ़े 39 फीसदी वोट मिले, लेकिन इस बार सिर्फ 35 फीसदी ही वोट मिले. पीएम मोदी ने सुबह किसान वर्ग पर बड़ा फैसला किया और फिर पहली कैबिनेट मीटिंग में गरीब और मध्यम वर्ग को राहत देने वाला एक और ऐलान हुआ.
पहली कैबिनेट मीटिंग में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 3 करोड़ नए घर बनाने को मंजूरी मिल गई. गांवों और शहरों में बनने वाले इन घरों में टॉयलेट, बिजली, पानी और गैस कनेक्शन भी होगा. इस स्कीम के तहत पिछले 10 साल में कुल 4.21 करोड़ घर पहले ही बनाए जा चुके हैं. अभी तो सिर्फ शुरुआत है.. अभी तो ऐसी कई योजनाएं और मुद्दे हैं जिनकी फाइलों पर अगले 125 दिनों में पीएम मोदी साइन करेंगे. तीसरी बार पदभार संभालने के बाद पीएम मोदी ने PMO स्टाफ से बात भी की है और संकल्प सिद्धी का मंत्र दिया है.