Monkeypox news case in India: देश में एक तरफ कोरोना वायरस का असर कम होता दिख रहा है तो वहीं मंकीपॉक्स ने अब केरल में दस्तक दे दी है. राज्य के कुन्नूर जिले में सोमवार को मंकीपॉक्स का दूसरा मामला सामने आया है. इससे पहले देश में इस वायरस का पहला केस भी केरल में ही पिछले हफ्ते रिपोर्ट किया गया था. मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है और अब विदेश से आने वाले मुसाफिरों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके अलावा बंदरगाहों पर भारत आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एयरपोर्ट पर होगी हेल्थ स्क्रीनिंग


एयरपोर्ट हेल्थ वर्कर्स के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसरों ने मीटिंग की है जिसमें हेल्थ ऑफिसर को विस्तार से मंकीपॉक्स की पहचान और इलाज की गाइडलाइन के बारे में बताया गया. यह भी सुनिश्चित किया गया कि एयरपोर्ट-बंदरगाहों और दूसरे ऐसे चेकपॉइंट जहां से विदेश से लोग भारत आते हैं उनके बीच में तालमेल बना रहे. भारत में मंकीपॉक्स के दो मामले दर्ज हो चुके हैं. पहला मामला 35 वर्ष के एक युवक का था यह मामला 13 जुलाई को सामने आया था जबकि दूसरा मामला 31 वर्ष के युवक का है जो आज सामने आया है. यह युवक इलाज के लिए कुन्नूर के एक अस्पताल में भर्ती है. दोनों मामले केरल से रिपोर्ट हुए हैं और दोनों ही युवक खाड़ी देश से यात्रा करके आए थे.


केरल में आया मंकीपॉक्स का दूसरा मरीज दुबई से तटीय कर्नाटक के मंगलूरु हवाई अड्डे पर उतरा था. उसमें बीमारी के लक्षण दिखने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सैंपल जांच के लिए पुणे लैब को भेजे गए थे. इससे पहले गुरुवार को कोल्लम जिले से मंकीपॉक्स के पहले मामले का पता चलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को शुरू करने में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद के लिए पिछले सप्ताह केरल में एक हाईलेवल टीम भेजी थी.


केंद्रीय टीम ने किया था केरल का दौरा


पिछले सप्ताह स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि केरल के कोल्लम जिले से मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि के मद्देनजर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रकोप की जांच करने और जरूरी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय शुरू करने में केरल राज्य सरकार की मदद करने के लिए एक केंद्रीय टीम भेजने का फैसला लिया है. अधिकारियों ने कहा था कि टीम राज्य के स्वास्थ्य विभागों के साथ मिलकर काम करेगी और जमीनी स्थिति का जायजा लेगी. भारत सरकार स्थिति की सावधानीपूर्वक निगरानी करके प्रो-एक्टिव कदम उठा रही है और किसी संभावित प्रकोप की स्थिति में राज्यों के साथ कॉर्डिनेट भी कर रही है.


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक मंकीपॉक्स एक वायरल ज़ूनोसिस है जो जानवरों से इंसान में फैलता है. इसमें चेचक के रोगियों में अतीत में देखे गए लक्षणों की तरह ही लक्षण होते हैं. हालांकि अच्छी बात यह है कि मेडिकली यह वायरस ज्यादा गंभीर नहीं है. 


(एजेंसी के इनपुट के साथ)


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर
 


LIVE TV