Vaccine of Monkeypox Virus: सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से मिलने के बाद इस बात के संकेत दिए कि मंकीपॉक्स की वैक्सीन पर काम जल्द शुरु हो सकता है. बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट तीन फार्मा कंपनियों के संपर्क में है. ये कंपनियां हैं Bavarian Nordic, Novovax और Greenlight Biosciences.  अदार पूनावाला के मुताबिक इंटरनेशनल फार्मा कंपनी Bavarian Nordic के पास Monkeypox वैक्सीन पहले से मौजूद है. जरूरत पड़ने पर उसे इंपोर्ट किया जा सकता है.


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बहुत महंगी है वैक्सीन


हालांकि यह वैक्सीन आज की तारीख में बहुत महंगी है. इसलिए कंपनी खुद वैक्सीन बनाना चाहती है. इसके लिए MRNA तकनीक का इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि इसके क्लीनिकल ट्रायल शुरू होंगे या नहीं ये इस बात पर निर्भर करेगा कि बीमारी किस स्तर तक फैलती है.


केंद्र सरकार की टास्क फोर्स इस बात पर विचार कर रही है कि वैक्सीन पर काम किया जाए या नहीं. आईसीएमआर ने मंकीपॉक्स के वायरस को Isolate कर लिया है. इस वायरस के स्ट्रेन से ही वैक्सीन बनाने में मदद मिलेगी.


अमेरिका में लगाई जा रही ये वैक्सीन


अमेरिका में कुछ शहरों में स्मॉलपॉक्स के लिए लगाई जाने वाली वैक्सीन को मंकीपॉक्स से बचाव के लिए दिया जा रहा है. ये वैक्सीन 1980 तक भारत में भी लगाई जा रही थी लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत में अभी मंकीपॉक्स बहुत ज्यादा नही फैला है. ऐसे में किसी विशेष दवा या वैक्सीन की जरूरत नहीं है, हालांकि कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.


भारत में तेजी से पैर पसार रहा मंकीपॉक्स


बता दें कि दुनियाभर में मंकीपॉक्स 78 देशों में फैल चुका है. 18 हजार से ज्यादा लोगों को बीमारी का संक्रमण हो चुका है. भारत में मंकीपॉक्स के 8 कंफर्म केस हैं और संदिग्धों की संख्या 100 के करीब है. एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. इसलिए आने वाले हफ्ते पर सरकार की कड़ी नजर रहेगी. इस हफ्ते में बीमारी के फैलाव के आधार पर ही तय होगा कि भारत में मंकीपॉक्स की वैक्सीन पर काम होगा या नहीं.



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