नई दिल्ली : संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा और ललित मोदी प्रकरण से जुड़े विवाद में भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं का नाम जुड़ने के मद्देनजर सत्र के काफी हंगामेदार रहने की उम्मीद है जहां सरकार को कांग्रेस के हमलों का सामना करना पड़ सकता है।


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कांग्रेस की ओर से ललित मोदी प्रकरण में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग पर अड़े रहने के बीच करीब चार सप्ताह के संसद के मानसून सत्र के 13 अगस्त तक चलने की उम्मीद है। सत्र के दौरान संसद में भूमि अधिग्रहण विधेयक के मामले के भी उठने की उम्मीद है। इस विधेयक को संसद की संयुक्त समिति को भेजा गया था।


समझा जाता है कि संसदीय मामलों पर कैबिनेट समिति (सीसीपीए) ने मानसून सत्र की तिथियों के बारे में अपनी सिफारिश दे दी हैं और इसके 21 जुलाई से 13 अगस्त तक चलने की बात कही गई है। संसद का मानसून सत्र आमतौर पर चार सप्ताह का होता है।