नई दिल्ली: कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने 18 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मानसून सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाने के मकसद से सोमवार को यहां बैठक की. बैठक के दौरान विपक्षी दलों ने राज्यसभा के उप सभापति के पद के लिए साझा उम्मीदवार उतारने को लेकर भी चर्चा की. पहले बैठक की जिसमें सर्वसम्मति से फैसला हुआ कि यह सत्र चलना चाहिए और इसमें बेरोजगारी, किसान, दलित, ओबीसी, अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों और पीट-पीटकर हत्या किए जाने (लिचिंग) की घटनाओं पर चर्चा होनी चाहिए.


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विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद , मल्लिकार्जुन खड़गे , आनंद शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया , राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार , तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु रॉय ,  बीएसपी के सतीश चंद मिश्रा , आरजेडी की मीसा भारती , द्रमुक के एलनगोवन , माकपा के मोहम्मद सलीम , भाकपा के डी राजा , जद (एस) के डी . के . रेड्डी , आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन , केरल कांग्रेस (एम) के जोस के . मणि तथा आईयूएमएल के कुन्हाल कुट्टी शामिल हुए. 


बैठक के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह एक पारंपरिक बैठक थी. सभी 13 पार्टियां संसद को सुचारू रूप से चलते हुए देखना चाहती है. पिछली बार भी विपक्ष ने यही चाहा था कि संसद के दोनों सदन चले लेकिन उन्होंने संसद नहीं चलने दी और दोष हम पर मढ़ दिया. 



सूत्रों का कहना है कि उप सभापति के लिए तृणमूल कांग्रेस सुखेंदु रॉय को लेकर चर्चा चल रही है. सूत्रों का यह भी कहना है कि यह पद एनसीपी के खाते में भी जा सकता है. 


कहा जा रहा है कि सत्तारूढ़ एनडीए भी अपना उम्मीदवार उतारने की कोशिश में है और इसके लिए बीजद और अन्नाद्रमुक जैसे दलों का समर्थन हासिल करने की कोशिश में है. सत्तारूढ़ के गठबंधन की ओर से उपसभापति उम्मीदवार के लिए अकाली दल के नरेश गुजराल के नाम को लेकर भी चर्चा है. 


(इनपुट - भाषा)