श्रीनगर: पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) भारत में बड़े हमलों की साजिश रच रहा है और इसकी जिम्मेदारी गाजी हैदर उर्फ सैफुल्लाह (Gazi Haider aka Saifullah) को सौंपी गई है. भारतीय सेना द्वारा मोस्ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू (Riyaz Naikoo) को मार गिराने के बाद गाजी को हिज्बुल का कमांडर बनाया गया है. नायकू का खात्मा प्रतिबंधित संगठन हिज्बुल के लिए बहुत बड़ा झटका था और अब वह इसका बदला लेना चाहता है.


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प्राप्त इनपुट के अनुसार, हिज्बुल घाटी में आतंकी गतिविधियों में तेजी लाना चाहता है, ताकि भारतीय सेना द्वारा बनाये गए दबाव को कम किया जा सके. इसके लिए उसने एक खास योजना तैयार की है और भारतीय सेना को निशाना बनाने के आदेश भी दिए हैं.  


इतना ही नहीं, पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन के सरगना से गाजी को लश्कर-ए-तैयबा, उसकी नवगठित विंग TRF और जैश-ए-मोहम्मद से हाथ मिलाने के निर्देश भी मिले हैं, ताकि बड़े पैमाने पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके. सुरक्षा बलों को आशंका है कि आतंकवादी अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कार बम यह फिदायीन हमले का सहारा ले सकते हैं.  


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2016-17 में, जब बुरहान वानी को हिज्बुल कमांडर बनाया गया, तब गाजी हैदर उर्फ सैफुल्लाह को घायल आतंकवादियों के इलाज का काम सौंपा गया था. इस दौरान उसने अपने काम में कई आतंकियों को प्रशिक्षित किया. जिसके चलते बाद में उसे डॉक्टर सैफुल्लाह कहा जाने लगा. सुरक्षा एजेंसियां उसे इसी नाम से जानती हैं. 2017 में, जब रियाज नायकू को ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त किया गया, तब सैफुल्लाह को उसका डिप्टी बनाया गया था. 


सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि गाजी सीमा पार बैठे आतंकियों से सीधे संपर्क में है, जिसमें हिजबुल प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन भी शामिल है. वहीं, जानकारों को लगता है कि हिज्बुल के नए कमांडर के लिए आतंकियों गतिविधियों में तेजी लाना आसान नहीं होगा. खासकर दक्षिण कश्मीर में तो बिल्कुल नहीं, जहां आतंकी संगठन की अच्छी खासी पैठ रही है. क्योंकि सुरक्षा बलों ने यहां कई बड़ी कार्रवाइयों को अंजाम दिया है. पिछले एक महीने में सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र में रियाज नायकू सहित कई शीर्ष आतंकवादियों को मार गिराया है. हिज्बुल प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने पाकिस्तान की एक सभा में खुद यह स्वीकार किया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. 


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