Damoh Conversion Case Latest Update: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में बने गंगा-जमुना हाईस्कूल (Ganga Jamna School) के बारे में लगातार नई-नई जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं. इंटरनेट पर लगातार ऐसे वीडियो शेयर हो रहे हैं, जिसमें उस स्कूल में पढ़ने वाले हिंदू छात्र बता रहे हैं कि कैसे उन्हें धीरे-धीरे मुसलमान बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा था. स्टूडेंट्स बता रहे हैं किस तरह उन्हें कुरान की आयतें सिखाई जाती थीं और अल्लाह को दुनिया का एकमात्र ईश्वर बताया जाता था. स्कूल के बारे में इन नए रहस्योदघाटन के बाद प्रदेश सरकार स्कूल मैनेजमेंट पर सख्त हो गई है और सीएम शिवराज चौहान ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. 


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स्कूल प्रबंधकों पर आपराधिक केस दर्ज


सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर दमोह पुलिस (Damoh Police) ने गंगा- जमना स्कूल के प्रबंधकों पर आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है. जिले के एसपी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि जांच के दौरान कई बच्चियों ने पुलिस के सामने बयान दिए हैं, जिसके आधार पर गंगा जमना स्कूल की प्रबंध समिति पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया है. एसपी के मुताबिक समिति के सदस्यों पर धारा 295, 506 और जुवेनाइल जस्टिस के तहत केस रजिस्टर किया गया है.


दमोह पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
 
हालांकि एसपी (Damoh Police) ने ये नहीं बताया कि इस मुकदमे के दायरे में कितने लोग आएंगे. एसपी की माने तो जांच अभी शुरू हुई है. इसमें जो तथ्य निकलकर सामने आएंगे, उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी. स्कूल प्रबंधन पर लगे अन्य गंभीर आरोपों पर एसपी ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. 


'किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे'


इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने मामले (Damoh Conversion Case) को गंभीर बताते हुए कहा कि उनके पास घटना के संबंध में रिपोर्ट आ रही हैं. उस स्कूल में पढने वाली बेटियों ने अपने बयान में बताया है कि उन्हें कुरान की आयतें सीखने और नमाज पढ़ने के लिए मजबूर किया जा रहा था. भोले-भाले मासूम बच्चों को पढ़ाई के नाम पर अगर इस तरह धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश की जा रही है तो उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे गलत इरादे वाले लोगों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. 


'एमपी में कर दिए जाएंगे नेस्तनाबूत'


मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि समाज को तोड़ने की मानसिकता रखने वालों को एमपी में पूरी तरह नेस्तनाबूत कर दिया जाएगा. स्कूल में हिंदू बच्चों को इस्लामिक शिक्षा दिए जाने और भारत के नक्शे से छेड़छाड़ के मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जांच के बाद दोषियों पर ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि बाकी लोग भी याद रखेंगे. 


दमोह के गंगा जमना स्कूल का मामला


बताते चलें कि इस्लामिक सोसायटी की ओर से दमोह में चलाए जाने वाले गंगा-जमना स्कूल (Ganga Jamna School) ने 10वीं का रिजल्ट आने के बाद सफल होने वाले स्टूडेंट्स का पोस्टर जारी किया था. इसमें हिंदू समेत सभी छात्राओं को हिजाब में दर्शाया गया था. इसके बाद से यह सारा विवाद (Damoh Conversion Case) शुरू हो गया. जांच शुरू होने के बाद बहुत सारे स्टूडेंट्स सामने आए, जिन्होंने बताया कि उन्हें कुरान की आयतें सिखाने के साथ ही नमाज पढ़ने के लिए भी मजबूर किया जाता था. इसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया और अब शिवराज सरकार भी इस मामले में सख्त हो गई है.