शिवपुरी: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी जिले के रामनगर गढ़ई गांव में एक सड़क पर बन रही पुलिया को लेकर पुलिस और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया. दरअसल ग्रामीण पुलिया पर पाइप डालने का विरोध कर रहे थे. इस प्रदर्शन के दौरान एक साल के बच्चे की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक इस दौरान तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस मामले में दो पुलिस उपनिरीक्षकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.


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पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश सिंह चंदेल के अनुसार, मृतक बच्चे की पहचान शिव के रूप में हुई है. 


ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पुलिस के लाठीचार्ज में बच्चे की मौत हुई. जबकि पुलिस का कहना है कि गांव वालों ने उनपर पत्थर चलाए, उनकी तरफ से लाठीचार्ज नहीं किया गया.


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क्या है मामला


करैरा पुलिस थाना प्रभारी अमित सिंह भदौरिया ने बताया कि करैरा के ग्राम गढ़ई में एक सड़क का निर्माण चल रहा है. इसी के चलते ग्रामीणों और सड़क निर्माण कर रही कंपनी में एक पुलिया पर पाइप लाइन बिछाने को लेकर विवाद हो गया. इसे लेकर निर्माण कंपनी के ठेकेदार ने एसडीएम को आवेदन किया.


उन्होंने बताया कि इसके बाद मौके पर पुलिसबल भेजा गया तो वहां के कुछ ग्रामीणों ने पुलिस पर ही पथराव शुरू कर दिया, जिससे पुलिस उपनिरीक्षक राघवेन्द्र यादव और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए.


ग्रामीणों ने किया चक्का जाम


वहीं, करैरा के कांग्रेस विधायक प्रागीलाल जाटव ने कहा, ‘मैंने गांव वालों से बात की है. गांव के लोग निर्माणाधीन सड़क पर बन रही पुलिया पर पाइप डालने का विरोध कर रहे थे, जिसे लेकर तहसीलदार को ज्ञापन भी दिया गया.’ उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के अनुसार मासूम की पुलिस की लाठी से मौत हुई है. जाटव एवं ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम भी किया.