Mughal हरम का `Viagra` था `आम`, कामोत्तेजना बढ़ाने के लिए खाते थे बादशाह, औरंगजेब से है ये खास कनेक्शन
Mughal Harem dark secret: मुगल काल के बारे में जानने के लिए इतिहास के प्रेमी हमेशा लालायित रहते हैं. आज हम आपको मुगल हरम के बारे में दिलचस्प बात बताने जा रहे हैं. यह है कि कामोत्तेजक के रूप में आम मुगल बादशाहों का बेहद प्रिय फल था.
Mughal Harem dark secret: मुगल काल के बारे में जानने के लिए इतिहास के प्रेमी हमेशा लालायित रहते हैं. आज हम आपको मुगल हरम के बारे में दिलचस्प बात बताने जा रहे हैं. यह है कि कामोत्तेजक के रूप में आम मुगल बादशाहों का बेहद प्रिय फल था. मुगल शासक अलाउद्दीन खिलजी आम और उसके व्यंजनों का बहुत शौकीन था. उसने फलों के राजा आम को कमोत्तेजक फल के रूप में ऐलान कर दिया.
इस बारे में कई इतिहासकारों ने लिखा है. खिलजी के बाद मुगल हरम में आम नया प्यार बन गया. यहां तक कि महारानी नूरजहां भी आम पेय की शौकीन थी और जहांगीर के लिए शराब बनाने के लिए आम और गुलाब के मिश्रण का इस्तेमाल करती थी.
आम को लेकर औरंगजेब के भी कई किस्से हैं. कहा जाता है कि जहांआरा और औरंगजेब के बीच आम ही शांतिदूत बना था. पिता की जिद पर मां की मौत के बाद उन्होंने पदीशाह बेगम का पद संभाला था. इसके पीछे आम बहुत बड़ा कारण बताया जाता है.
ऐसा कहा जाता है कि चतुर और कठोर औरंगजेब केवल आम खाने के दौरान ही सौम्य होता था. आमों का मौसम होता तो वह भोजन पर 1000 रुपये खर्च करता. वास्तव में, यह वह इसे कामोत्तेजक के रूप में इस्तेमाल करता था. औरंगजेब ने आमों की दो किस्म के नाम भी रखे थे. सुधारस और रसना विलास नाम औरंगजेब ने ही आम को दिया था.
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