Muharram Procession In Srinagar: श्रीनगर के जिस लाल चौक पर दस लोगों को जमा होने की इजाजत नहीं मिलती थी, सोमवार को वहां हजारों लोग जमा थे. शिया समुदाय के हजारों लोगों ने 8वें मुहर्रम का जुलूस निकाला. जुलूस में कई जगहों पर फ़िलिस्तीन के झंडे दिखे और इजरायल-अमेरिका विरोधी नारे भी लगे. अधिकारियों ने आयोजकों से शांतिपूर्ण एवं अनुशासित मुहर्रम जुलूस का आश्वासन लेकर कार्यक्रम की अनुमति दे दी थी. मुहर्रम का जुलूस गुरु बाजार से शुरू होकर श्रीनगर शहर के डलगेट क्षेत्र में समाप्त हुआ. जुलूस इराक के कर्बला के रेगिस्तान में यजीद की सेना के हाथों पैगंबर के नवासे इमाम हुसैन, उनके परिवार और समर्थकों की शहादत की याद में निकाला जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कश्मीर जोन के आईजीपी वीके बिरदी और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने मुहर्रम जुलूस की निगरानी की. आईजीपी ने गम मनाने शिया समुदाय के लोगों पानी और ठंडा पेय भी पिलाया. इस्लाम के समर्थन में नारे लगाते हुए और इमाम हुसैन की शहादत को याद कर गम मनाने वालों ने पूरे जुलूस के दौरान जिम्मेदारी निभाई और असामाजिक तत्वों को सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने का कोई मौका नहीं दिया.


तीन दशक बाद, 2023 में पहली बार निकला था जुलूस


कश्मीर जोन के आईजीपी वीके बिरदी ने कहा, 'व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जुलूस के लिए एक विशिष्ट मार्ग दिया गया है... हमने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है ताकि शहर के बाकी लोगों को अपने रोजमर्रा काम करने में कोई परेशानी न हो. आयोजकों ने अपने कुछ स्वयंसेवकों को भी रखा है...' स्थानीय समाज के सभी वर्गों ने श्रीनगर में 8वें मुहर्रम जुलूस की इजाजत देने के प्रशासन के फैसले की सराहना की है. जम्मू-कश्मीर में सशस्त्र हिंसा शुरू होने के 30 साल से अधिक समय बाद पिछले साल भी जुलूस को इजाजत दी गई थी.


यूपी: मुहर्रम के जुलूस के दौरान विवादास्पद नारे लगाने का वीडियो वायरल


उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में मुहर्रम के जुलूस के दौरान कथित तौर पर विवादास्पद नारे लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. जिले के मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के मुसाफिरखाना इलाके में रविवार को अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा जुलूस निकाला गया था. इसी जुलूस में कथित तौर पर विवादास्पद नारे लगाए गए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है.


यह भी पढ़ें: 'मुहर्रम में खाली होती थीं सड़कें, उखाड़े जाते थे पोल', कार्यसमिति में गरजे CM योगी


पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि वीडियो की जांच कराई जा रही है और ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बाबूगंज सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने विवादित नारे लगाए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह समाज में विभाजन, तनाव उत्पन्न करने तथा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली हरकतें हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है.


(एजेंसी इनपुट्स सहित)