Jharkhand Government Job: झारखंड के एक मंत्री और उनका बेटा चर्चा में आ गया है. चर्चा का कारण यह है कि मंत्री जी के बेटे को राज्य में सरकारी चपरासी की नौकरी मिल गई है. मंत्री के बेटे का नाम उस लिस्ट में है जिस लिस्ट में चयनित उम्मीदवारों का नाम है. इस लिस्ट में 19 लोगों का नाम दिया गया है. इसमें 13वें नंबर पर मंत्री के बेटे का नाम है. इसका मतलब यह हुआ कि इस वैकेंसी में 19 पोस्ट निकाली गई. इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक यह भी सामने आया है कि उन्हीं मंत्री के भतीजे का नामा भी है लेकिन उनका नाम वोटिंग लिस्ट में है और 19 लोगों के बाद भतीजे का नाम है. इस खबर के बाद मंत्री और उनके बेटे चर्चा में हैं. 


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सिविल कोर्ट में चपरासी के लिए
दरअसल, झारखंड सरकार के श्रम-नियोजन सह प्रशिक्षण और कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता से यह मामला जुड़ा हुआ है. उनके बेटे मुकेश कुमार भोक्ता का चयन मंत्री के गृह जिले चतरा के सिविल कोर्ट में चपरासी के लिए हुआ है. जानकारी के मुताबिक चतरा सिविल कोर्ट में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए वैकेंसी निकली थी. इसका रिजल्ट शुक्रवार को जारी किया गया है, जिसमें कुल 19 लोगों का चयन हुआ है. इसमें मंत्री सत्यानंद भोक्ता के बेटे मुकेश कुमार भोक्ता का नाम शामिल है. यह भी बताया गया कि उनका चयन एसटी कोटे के तहत हुआ है.


भतीजे का नाम वेटिंग लिस्ट में
इसके अलावा मंत्री के भतीजे रामदेव कुमार भोक्ता का नाम वेटिंग लिस्ट में रखा गया है. नियम यह है कि चुने गए 19 लोगों में अगर कोई जॉइनिंग नहीं करता है तो उनकी जगह वेटिंग लिस्ट में शामिल कैंडिडेट को मौका मिलेगा. इस चयन की चर्चा प्रदेश भर में हो रही है. हालांकि यह चयन कोर्ट की नौकरी के लिए हुआ है लेकिन यह सरकारी नौकरी है. इस मामले पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि नौकरी या काम कोई भी हो, बड़ा या छोटा नहीं होता. लेकिन राज्य में रोजगार के मौके कम हैं. 


चतरा से वे आरजेडी के विधायक
मालूम हो कि चपरासी के लिए सेलेक्ट हुए मुकेश भोक्ता की शादी पिछले साल धूमधाम से हुई थी. सीएम हेमंत सोरेन खुद शादी में शामिल हुए थे. सत्यानंद भोक्ता की बात करें तो चतरा विधानसभा सीट से वे आरजेडी के विधायक हैं. वे 2019 में इस विभाग के मंत्री बनाए गए थे. भोक्ता अब तक तीन बार विधायक चुने गए हैं और तीसरी बार मंत्री भी बने हैं. आरजेडी के पहले वे बीजेपी और झारखंड विकास मोर्चा में भी रह चुके हैं.