TRP घोटाला: BARC की रिपोर्ट से अपराध होने की पुष्टि, तीन तरीके से होती थी Data से छेड़छाड़
मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के अधिकारी के मुताबिक उन्होंने शुरुआती सबूतों के आधार पर चार्जशीट दायर की है. 2016 से 2019 के बीच TRP के डेटा में सबसे ज्यादा बदलाव तेलगू और अंग्रेजी भाषा के चैनलों की पहुंच को लेकर किया गया.
मुंबई: मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले (TRP SCAM) को लेकर बड़ा खुलासा किया है. पुलिस की जांच के मुताबिक टीआरपी में धोखाधड़ी का खेल साल 2016 से जारी था. 2016 से 2019 के बीच घरों से आने वाले डेटा में सबसे ज्यादा छेड़छाड़ की गई. मुंबई पुलिस ने इस बावत चार्जशीट दायर की है.
तीन तरीके से होती थी डेटा में छेड़छाड़
मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के अधिकारी के मुताबिक उन्होंने शुरुआती सबूतों के आधार पर चार्जशीट दायर की है. 2016 से 2019 के बीच TRP के डेटा में सबसे ज्यादा बदलाव तेलगू और अंग्रेजी भाषा के चैनलों की पहुंच को लेकर किया गया.
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पुख्ता सबूत आने के बाद गिरफ्तारी
पुलिस ने कहा है कि पुख्ता सबूत आने के बाद मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. क्योंकि किसी खास चैनल की टीआरपी ज्यादा दिखाने के लिए डेटा से लगातार छेड़छाड़ हो रही थी. पुलिस ने ये भी बताया कि उन्होंने इसी साल 6 अक्टूबर को TRP में छेड़छाड़ का केस दर्ज किया था. इस दौरान उन्हें जांच में पता चला कि रिपब्लिक टीवी (Republic TV) को टीआरपी में नंबर वन बनाया गया था.
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