Karnataka Politics: कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने राज्य में एक नई स्वास्थ्य सेवा ‘नम्मा क्लीनिक ’ (हमारा क्लीनिक ) की शुरुआत की है. ये स्वास्थ्य सेवा खासतौर पर गरीब, स्लम इलाकों में रहने वाले लोगों के शुरू की गई है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा बुधवार को हुबली में इस क्लीनिक का उद्घाटन करने के साथ ही पूरे कर्नाटक में ऐसे 114 क्लीनिक शुरू हो गए हैं. सरकार का लक्ष्य जनवरी 2023 तक राज्यभर में ऐसे 400 से अधिक ऐसे क्लीनिक शुरू करने की है .


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ये क्लीनिक पूरी तरह से मुफ्त हैं और इसमें दवाइयां भी मुफ्त ही दी जाएंगी. एक डॉक्टर और 4 मेडिकल स्टाफ हर क्लीनिक में मौजूद होंगे. यहां पर शुरुआत में लगभग एक दर्जन अलग-अलग टेस्ट की सुविधा होगी जिनकी संख्या आगे चल कर बढ़ाई जाएगी.


बसवराज बोम्मई सरकार ने ‘नम्मा क्लीनिक’ की शुरुआत चुनाव से कुछ महीनों पहले की है और जिस तर्ज पर इस क्लीनिक की रुप रेखा तैयार की गई है वो काफी हद तक दिल्ली और पंजाब में चल रहे आम आदमी पार्टी के मोहल्ला क्लीनिक से मिलती जुलती है. यही वजह है कि उद्धघाटन के साथ ही इस पर राजनीति शुरू हो गईं है.


आप ने कसा तंज
2023 के विधान सभा चुनाव में पहली बार अपनी किस्मत आजमाने उतर रही आम आदमी पार्टी (आप) ‘नम्मा क्लीनिक’  को ‘कॉपी कैट’ बता रही है. उसके मुताबिक ये क्लीनिक सिवाय चुनावी स्टंट के कुछ नही है. इस सरकार की मंशा इसे चलाने की कम चुनावी लाभ लेने की ज्यादा है.


पहले भी हुआ है ऐसा!
हालांकि इसमें कोई दो राय नही की कर्नाटक को ऐसी स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत है. फिर ऐसा भी पहली बार नही है कि किसी राजनीतिक पार्टी ने किसी योजना को लागू करने के लिए विपक्ष की राजनीतिक पार्टी की सोच को अपनाया हो. कर्नाटक की पिछली सिद्धरामय्या के नेतृत्व वाली सरकार ने भी तामिलनाडु की AIDMK सरकार की नकल करते हुए ‘अम्मा कैंटीन’ की जगह कर्नाटक में ‘इंदिरा कैंटीन’ की शुरुआत की थी. इस बार ये आरोप भाजपा की बोम्मई सरकार पर लग रहे है.


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