हम वे लोग हैं जो एक साथ बांसुरी वाले और सुदर्शन धारी कृष्ण की पूजा करते हैं: PM मोदी
पीएम मोदी ने लेह में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में गलवान घाटी में आपने जो वीरता दिखाई, उसने पूरी दुनिया में भारत की ताकत को दिखाया.
लेह: पीएम मोदी ने लेह में जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में गलवान घाटी में आपने जो वीरता दिखाई, उसने पूरी दुनिया में भारत की ताकत को दिखाया. आपका समर्पण अतुलनीय है , इन कठिन परिस्थितियों में इस ऊंचाई में मां भारती की ढाल बनकर आप उनकी सेवा करते, रक्षा करते हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता. आपका साहस उस ऊंचाई से भी ज्यादा है, जहां आप तैनात हैं. आपका सीना इस घाटी से भी सख्त है जिसको रोज़ अपने क़दमों से नापते हैं. आपकी भुजाएं पर्वतों से भी अटल हैं. आपकी इच्छाशक्ति पर्वतों से भी अटल है. मैं साक्षात इसे अपने आंखों से देख रहा हूं. देश की रक्षा आपके मजबूत इरादों में हैं, आपके हाथों में है. ये अटूट विश्वास मुझे ही नहीं पूरे देश को है. अभी जो आपके साथियों ने वीरता दिखाई है, पूरी दुनिया में ये संदेश गया है कि भारत की ताकत क्या है.
'कलम आज उनकी जय बोल'
पीएम मोदी ने राष्ट्रकवि दिनकर की कविता 'कलम आज उनकी जय बोल' का उद्धरण देते हुए वीरों को नमन किया. देश के हर कोने से वीर अपना पराक्रम दिखाते हैं. उनके सिंहनाद से धरती उनका जयकारा कर रही है. आज हर देशवासी का सिर आपके सामने नतमस्तक होकर नमन करता है. हर भारतीय की छाती आपके पराक्रम से फूली हुई है. 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ हैं. दुनिया ने आपका साहस देखा है. आपकी शौर्यगाथाएं घर-घर में गूंज रही हैं. दुश्मनों ने आपकी FIRE भी देखी है और आपकी FURY भी. ये सर्वस्व न्योछावर करने वालों राष्ट्र भक्तों की धरती है.
मिट गईं विस्तारवादी ताकतें
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा सामर्थ्य और संकल्प हिमालय जितना ऊंचा है. आप उसी धरती के वीर हैं जहां हजारों आक्रांताओं को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है. हम वो लोग हैं जो बांसुरी धारी कृष्ण की पूजा करते हैं. हम वही लोग हैं जो सुदर्शन धारी कृष्ण की भी पूजा करते हैं. शांति और मित्रता हर कोई स्वीकार करता है. वीरता ही शांति की पूर्व शर्त होती है. निर्बल कभी शांति नहीं ला सकते. विस्तारवादी ताकतें कभी कामयाब नहीं हुईं. वे मिट गईं. इस युग में केवल विकासवादी सोच ही आगे बढ़ सकती है. विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है. ये युग विकासवाद है का है. इसके लिए ही अवसर है. विकासवाद ही भविष्य का आधार है. बीती शताब्दियों में विस्तारवाद ने मानवता को बर्बाद करने का प्रयास किया. जिसने भी विस्तारवाद किया, ऐसी ताकतें हमेशा खत्म हुई हैं. आज विश्व विकासवाद को समर्पित है.
शी जिनपिंग को कड़ा संदेश
इससे पहले पीएम मोदी अचानक शुक्रवार को लेह (Leh) पहुंचे. यहां उन्होंने अग्रिम पोस्ट पर जवानों से मुलाकात की और मौजूदा हालातों का जायजा लिया. PM मोदी की इस सरप्राइज विजिट ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को कड़ा संदेश दिया है कि भारत किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेगा.
रक्षा विशेषज्ञों की नजर में तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी का लेह पहुंचना रणनीतिक लिहाज से भारत के लिए बेहद अच्छा कदम है. इसके प्रत्यक्ष रूप से तीन फायदे होंगे. सबसे पहला तो यही कि हमारे सैनिकों का मनोबल बढ़ेगा. क्योंकि जब कोई भी सेना अपने प्रधानमंत्री को युद्धक्षेत्र में देखती है तो उसका हौसला कई गुना बढ़ जाता है. दूसरा, चीन पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर पुरानी स्थिति में वापस लौटने का दबाव पड़ेगा और तीसरा पूरी दुनिया को यह स्पष्ट संदेश जाएगा कि भारत किसी भी सूरत में पीछे हटने वाला नहीं है.
रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन की दादागिरी खत्म करने की दिशा में पीएम मोदी का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण साबित होगा. चीन को निश्चित तौर पर यह संदेश मिल गया है कि हम पीछे नहीं हटेंगे. यदि चीनी सैनिक LAC पर डटे रहेंगे तो हमारे सैनिक भी डटे रहेंगे. हम किसी भी स्थिति में समझौता नहीं करेंगे.
ये भी देखें-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लेह से लौटकर दिल्ली में बैठक करेंगे. भारत-चीन (India China) सीमा विवाद के बीच शुक्रवार को पीएम मोदी ने सरहद पर हालात का जायजा लिया. ऐसे में लेह दौरे के बाद पीएम मोदी की ये बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है. पीएम मोदी आज शाम को लेह से दिल्ली लौटेंगे.