National Politics: 2024 नहीं, इसी साल होने जा रहे हैं लोकसभा के चुनाव? सरकार ने बुलाया संसद का विशेष सत्र
Parliamentary Elections 2023: वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा के चुनाव क्या 6 महीने पहले ही इस साल होने जा रहे हैं? सूत्रों की मानें तो इसकी संभावना बलवती लग रही है. सरकार ने गुरुवार को एक बड़ी घोषणा कर इसका संकेत दे दिया.
Elections 2023 Strategy for Election Victory of I.N.D.I.A. Alliance: सरकार ने संसद का 5 दिन का विशेष सत्र बुलाया है. ये विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा. सूत्रों के मुताबिक माना जा रहा है कि ये विशेष सत्र 17वीं लोकसभा का आखिरी सत्र हो सकता है. इसके साथ ही लोकसभा के भंग होने की संभावना भी जताई जा रही है. अगर लोकसभा भंग हुई तो विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव भी कराए जा सकते हैं. चुनाव आयोग का कहना है कि उसे इन दोनों चुनावों को एक साथ करवाने की तैयारी के लिए एक महीने का समय चाहिए.
स्पेशल सेशन में नए बिल लेकर आएगी सरकार?
सूत्रों के मुताबिक संसद के विशेष सत्र में G20 के सफल आयोजन और अमृतकाल पर विस्तृत चर्चा संभव है. इसके साथ ही UCC, महिला आरक्षण और ONE NATION ONE ELECTION से संबंधित बिल भी विशेष सत्र में लाए जा सकते हैं. इन तीनों बिलों के जरिए जहां सरकार विपक्ष को घेरने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्ष को भी अपना स्टैंड क्लियर करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
एक देश..एक चुनाव...I.N.D.I.A तैयार!
गुरुवार देर रात तक चली I.N.D.I.A. गठबंधन की अनौपचारिक बैठक में वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा हुई. बैठक में मौजूद ज्यादातर नेताओं ने आशंका जताई कि सरकार वक्त से पहले चुनाव करवा सकती है. नेताओं का कहना था अगर चुनाव जल्द होते हैं तो उसके लिए भी हमें तैयार रहना चाहिए. यह बैठक गुरुवार को मुंबई के हयात होटल में हुई.
मुंबई में आज I.N.D.I.A की बैठक
मुंबई में 1 सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की तीसरी बैठक के लिए मंच तैयार है. शुक्रवार को 28 विपक्षी दल सुबह 10.30 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच विचार-विमर्श में भाग लेंगे. इनमें विभिन्न पार्टियों के लगभग 100 नेता, जिनमें 11 मुख्यमंत्री और अन्य शीर्ष पदाधिकारी शामिल हैं. 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए रणनीति और रोड-मैप तैयार करने के लिए मुख्य सम्मेलन शुक्रवार को आयोजित किया जाएगा.
I.N.D.I.A का मंथन...दूर होगा कन्फ्यूजन?
सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को मुंबई के हयात होटल में हुई विपक्षी नेताओं की अनौपचारिक बैठक में गठबंधन के संयोजक/अध्यक्ष और कोर्डिनेशन कमेटी पर अभी चर्चा जारी है. फिलहाल कोई अंतिम फैसला हो पाया. अनौपचारिक बैठक में सभी दलों के बीच सीट शेयरिंग को जल्द से जल्द निपटाने पर चर्चा हुई. राज्य के स्तर पर सीटों के बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिए जाने पर जोर दिया गया. जहां सीटों के बंटवारे पर पेंच फंसेगा, वहां के मसले को फोकस करके जल्द हल किया जाएगा.
पंजाब और दिल्ली में सीट शेयरिंग पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीट शेयरिंग तो पूरे देश में होगी. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग पर हर जगह काम होना चाहिए. उन्होने कहा कि सितंबर महीने में सीट शेयरिंग के फ़ार्मूले को फाइनल कर लिया जाना चाहिए.
संयोजक के पद पर नहीं हुई खास चर्चा
नीतीश, ममता और उद्भव ठाकरे ने कहा कि जो भी फ़ैसला हो, वो जल्द हो, क्योंकि टाइम बहुत कम बचा है. ममता ने कहा कि अगर सरकार जल्दी चुनाव करवाती है तो उसके लिए हमें तैयार रहना चाहिए. गठबंधन की अनौपचारिक बैठक में गुरुवार को संयोजक के पद पर कोई ख़ास चर्चा नहीं हुई. आज गठबंधन का लोगो लॉन्च होने के बाद बैठक में इसकी चर्चा होगी. one nation one election पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि ये सब सरकार की ओर से डाइवर्ट करने वाली पॉलिटिक्स है.
ममता बनर्जी ने कहा है कि 2 अक्टूबर से पहले मैनिफेस्टो तैयार हो जाना चाहिए. नीतीश ने इस बात पर ज़ोर दिया कि बीजेपी के प्रोपेगंडा को काउंटर करने की पूरी तैयारी रखनी चाहिए. उद्धव ठाकरे ने कहा कि गठबंधन में समन्वय के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए, जिसमें सभी पार्टी के एक एक नेता को शामिल किया जाए.