नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन का युद्ध लगातार भयंकर साबित होता जा रहा है. यूक्रेन में हजारों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. लोगों को वहां रहने में डर लग रहा है. ऐसे में मंगलवार को कर्नाटक निवासी नवीन की मौत हो गई है. बता दें वहां से भारतीय छात्रों को निकालने का काम लगातार चल रहा है लेकिन फिर भी इसमें समय लग रहा है. जिस नवीन की मौत हुई है, उसका दो दिन पहले एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें वह अपने परिवार वालों से बात कर रहा था.


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कर्नाटक के रहने वाले नवीन की मौत 


छात्र की मौत की वजह रूस की गोलीबारी को बताया जा रहा है. खारकीव (Kharkiv) में हुई शेलिंग की रेंज में आने पर इस भारतीय छात्र की मौत हुई है. खारकीव में अपनी जान गंवाने वाले छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा है. 21 साल का नवीन कर्नाटक के चलागेरी का रहने वाला था. इस भयावह माहौल के बीच 2 दिन पहले उसने घर वालों से भी बात की थी. 


दो दिन पहले घरवालों से की थी वीडियो कॉल पर बात 



अब से 2 दिन पहले ही नवीन ने वीडियो कॉल पर अपने घर वालों से बात की थी और उम्मीद जताई थी कि वो जल्द ही अपने देश वापस लौट आएगा.


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भारतीय छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी


इस बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को छात्रों सहित सभी भारतीयों को उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य माध्यम से आज तत्काल कीव छोड़ने का सुझाव दिया है. दूतावास ने ट्वीट किया, ‘छात्रों सहित सभी भारतीयों को सलाह दी जाती है कि वे आज उपलब्ध ट्रेन या किसी अन्य उपलब्ध माध्यम के जरिए तत्काल कीव छोड़ दें.’


कॉल पर हुई ये बात


नवीन के पापा: हैलो, भुवि...कितने लोग अभी तक निकल पाए हैं वहां से 


नवीन: 15 से 20 लड़के मेरे सीनियर्स हैं वो जा पाए हैं


नवीन के पापा: 15 से 20 सीनियर्स निकल गए हैं अभी तक ऐसा कह रहा है


नवीन के दादा: भुवि मैं तुम्हारा दादा बोल रहा हूं तुम भी वहां से तुरंत निकलने की कोशिश करो, वहां से किसी भी तरह निकल जाओ


नवीन: सब कोशिश कर रहे हैं


दादा: हां करो क्योंकि दिन ब दिन वहां हालात बिगड़ते जा रहे हैं,


नवीन: हां


दादा: हमने मंत्री पीयूष गोयल से बात की है, उन्होंने कहा कि वहां थोड़ी परेशानी ज्यादा है किसी तरह कोशिश करके वहां से मूव कर जाए तो बचाव सम्भव है, उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार ने दोनों देशों से बात की है, दोनों देशों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वहां पर इण्डियन्स को कुछ नहीं होगा


नवीन: जी


दादा: इसीलिए तुम कुछ प्लान करो, इनिशिएटिव लो, सिचुएशन को पूरी तरह पहले देख लो, बमबारी के वक्त बाहर मत निकलना समझे


नवीन: जी समझ गया 


दादा: कोई ट्रेन बस मिल जाये


नवीन: हां अज्जा इन्फो मिली है कि अब ट्रेन्स चलने लगी हैं, सुबह 6 बजे 10 बजे और दोपहर 1 बजे की ट्रेन है


दादा: वहां के हालात देखकर ही फैसला लेना, 40-50 KM निकल जाओगे तो कुछ रास्ता निकल मिल जायेगा, लेकिन बिना किसी मदद के अपने आप कोई खतरा मत उठाना.


भारतीयों को ये सलाह


यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धग्रस्त देश का हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण भारत वहां फंसे अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया से लगी यूक्रेन की सीमा चौकियों के जरिए बाहर निकाल रहा है. सोमवार को यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने छात्रों को राजधानी कीव में रेलवे स्टेशन पहुंचने की सलाह दी थी, ताकि वे युद्धग्रस्त देश के पश्चिमी हिस्सों तक आगे की यात्रा कर सकें.


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