Vice Presidential Candidate Jagdeep Dhankhar: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में यह फैसला लिया गया. इसमें पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत अन्य लोग भी शामिल थे. बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये जानकारी दी. उन्होंने जगदीप धनखड़ को किसान पुत्र कहकर संबोधित किया. जगदीप धनखड़ का पश्चिम बंगाल में कार्यकाल विवादों भरा रहा. उनके और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच अक्सर ठनी रहते है. आइए जानते हैं, जगदीप धनखड़ के बारे में.


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1951 में हुआ जन्म


जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को हुआ था. उनके पिता चौधरी गोकुलचंद धनखड़ खेती बाड़ी करते थे. वह इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन पेरिस के सदस्य भी रह चुके हैं. वह राजस्थान की सियासत का एक वक्त का चर्चित चेहरा रह चुके हैं. वे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी रह चुके हैं.


कांग्रेस का भी थामा था दामन


राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है. धनखड़ खुद राजस्थान की जाट बिरादरी आते हैं. इस समुदाय में धनखड़ की अच्छी खासी साख है. धनखड़ झुंझुनूं से 1989 से 91 तक जनता दल से सांसद रहे. हालांकि, बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. अजमेर से कांग्रेस टिकट पर वे लोकसभा चुनाव हार गए थे. फिर धनखड़ 2003 में बीजेपी में शामिल हो गए, अजमेर के किशनगढ़ से विधायक चुने गए.


1989 में बने सांसद


जगदीप धनखड़ मूलरूप से झुंझुनूं के किठाना गांव के रहने वाले हैं. धनखड़ का चयन आईआईटी, एनडीए व आईएएस के लिए हुआ, लेकिन उन्होंने वकालात को चुना. 1989 में जनता दल से सांसद का चुनाव लड़ा, रिकॉर्ड वोटों से जीते. जगदीप धनखड़ की शुरुआती पढ़ाई किठाना गांव के सरकारी माध्यमिक विद्यालय से हुई थी. उन्होंने जयपुर के महाराजा कॉलेज से फिजिक्स में स्नातक किया है. इसके बाद 1978-79 में उन्होंने वकालत की डिग्री की हासिल की.


चंद्रशेखर सरकार में मंत्री


जगदीप धनखड़ ने राजस्थान के बार काउंसिल में वकील के तौर पर करियर की शुरुआत की. इसके बाद 1990 से सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करना शुरू किया. साल 1979 में उनकी शादी सुदेश धनखड़ से हुई. धनखड़ 1989 में झुंझनुं से सांसद बनने के बाद चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहे.
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